डा. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। हजरत इमाम हुसैन की याद में मुहर्रम के अवसर पर बुधवार को क्षेत्र के विभिन्न गांवों से चौक पर रखे गये ताजिये गम के माहौल में कर्बला और इमामबाड़ा में दफन किये गये। इस्लाम में ऐसी मान्यता है कि 10वें मोहर्रम के दिन ही इस्लाम की रक्षा के लिए हजरत इमाम हुसैन ने अपने प्राण त्याग दिए थे, उनकी शहादत के गम में लोग हाय हुसैन-हाय हुसैन कहकर अपना गम प्रकट करते हैं।
पूरे दिन विभिन्न क्षेत्र से लोग इस गम के माहौल पहुंचकर इमाम हुसैन की शहादत पर अकीदत अर्पित कर रहे। शांति एवं सुरक्षा के मद्देनजर थानाध्यक्ष अरविन्द सिंह पूरी चौकसी बनाए हुए थे। ताजिये के साथ पुलिस व होमगार्ड्स के जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी।
क्षेत्र के अर्सिया बाजार, ईशापुर सरायमोहिद्दीनपुर, हमजापुर, भैसौली, समोधपुर, गलगला शहीद, सूरापुर आदि 24 गांवों से ताजिए निकालकर गम के साथ दफन किये गये। इस दौरान शांति व्यवस्था में उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र दूबे, विवेकानंद यादव, शैलेन्द्र राय, सुधीर राय, प्रेमशंकर सिंह, विवेकानंद यादव, चन्द्रमा पाण्डेय, सरायमोहिउद्दीनपुर चौकी प्रभारी विजय शंकर सिंह मय पुलिस टीम क्षेत्र में चक्रमण करते रहे।