केजी वर्मा एडवोकेट
मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेन्द शर्मा एवं सदस्य अशोक यादव एवं निर्मला पटेल ने आयुक्त सभागार विंध्याचल मण्डल में विंध्याचल मण्डल के तीनों जनपदों मिर्ज़ापुर, सोनभद्र एवं भदोही के महिला एवम बाल कल्याण विभागों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। अध्यक्ष डॉ शर्मा ने बैठक में सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मण्डल में कही भी बाल श्रम न हो।
होटल ढाबों एवं अन्य स्थानों पर बाल श्रम मिलने पर सख्त कार्यवाही की संस्तुति की जाएगी। उन्होंने कहा भिक्षावृत्ति न हो, मुक्त कराए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजनाओं से उनको लाभवन्ति किया जाय। बैठक उपरांत उन्होंने पत्रकारो से वार्ता करते हुए कहा कि आरटी के तहत निःशुल्क बच्चों की शिक्षा में स्कूलों की मनमानी नहीं होगी। सभी चयनित बच्चों को स्कूल एडमिशन लेंगे।
कन्या सुमंगला योजनाओं से सभी पात्र लड़कियों को लाभवन्ति किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष योजना की धनराशि पहले अधिक कर दिया। उन्होंने कहा कि बाल विवाह पर कड़ी निगरानी की जा रही है कई बाल विवाह रोके गए हैं। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त, नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, सहायक श्रमायुक्त सुविझ सिंह, मण्डलीय प्रोवेशन अधिकारी पुनीत टण्डन, सीओ सिटी मनोज गुप्ता सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।