Jaunpur: चौकियां धाम में परम्परागत ढंग से मनाया गया गुरू पूर्णिमा

  • अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला सद्गुरू है: सीताराम

चौकियां धाम, जौनपुर। मां शीतला चौकियां धाम में अषाढ़ मास शुक्ल पक्ष की गुरू पूर्णिमा परम्परागत ढंग से मनाया गया जहां गुरू के चरण पूजन कर शिष्यों ने आशीर्वाद प्राप्त किया। धाम में स्थित सद्गुरु कुटी में सीताराम नाम शरण जी महाराज के नेतृत्व में गुरू पूर्णिमा पूजन पर्व हुआ जहां दूर—दराज से पहुंचे तमाम शिष्यों ने अपने गुरू सीताराम नाम जी को माल्यार्पण करते हुये अंगवस्त्रम ओढ़ाकर उनके चरणों को धोया और आरती, वन्दन एवं पूजन करके आशीर्वाद लिया।

वहीं गुरू पूर्णिमा का वर्णन करते हुए सीताराम जी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का दिन परम कल्याणकारी होता है। यह शुभ दिन गुरू की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है जो ज्ञान और आत्मज्ञान के मार्ग पर व्यक्तियों का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानव जीवन में भी भारी कठिनाई परेशानी आती है।

अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला ही सद्गुरु होता है। गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष। गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु बिन मिटै न दोष।। जब हमारे जीवन में कुछ भी दिखाई नहीं देता। तब गुरु ही हमारे राहों को सरल बनाते हैं। ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म सब गुरु की ही देन है।

गुरू हमेशा मनुष्य के मार्गदर्शक रहे हैं। गुरु ही अज्ञानता दूर करके ज्ञान का प्रकाश देकर उसे मोक्ष के द्वार तक पहुंचाने का काम गुरू ही करते हैं। इस अवसर पर शिव मोदनवाल, सुरेंद्र गिरी, डा मनोज यादव, मुकेश श्रीवास्तव, गोपाल साहू, सुरेश पांडेय, विकास मोदनवाल, प्रमोद मोदनवाल, आशीष माली, गणेश साहू सहित तमाम लोग मौजूद रहे। गुरू पूर्णिमा पूजन समापन होने के पश्चात भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया।

 

 

 

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