अब्दुल शाहिद
बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती इलाके में स्थित पौराणिक बगौरा समय माता मंदिर परिसर में धार्मिक व सामाजिक संगठन प्रतिनिधियों ने पर्यावरण जल संरक्षण चौपाल का आयोजन कर पर्यावरण संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया और परिसर में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उनके संरक्षण की कार्ययोजना भी बनाई।
पौराणिक बगौरा समय माता मंदिर परिसर में संघ परिवार, गायत्री परिवार, किसान संगठन से जुड़े प्रतिनिधि समेत तमाम सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियो को संबोधित करते हुए महंत बाबा रामदास ने कहा कि पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए
आवश्यक है कि हम मिलकर सामूहिक रूप से अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण करे और उनका संरक्षण भी करे तभी हम सब निरोगी रहकर समाज एवं धर्म को मजबूत बना सकेंगे। महामना मालवीय मिशन अवध क्षेत्र अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा कि सर्व सनातन समाज की ओर से जगह—जगह पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के रोपण व उनके संरक्षण का प्रभावी प्रयास किया जा रहा है ताकि धरती हरी भरी बनी रहे और पर्यावरण व जल मानवनुकुल बना रह सके।
शिशु/विद्या मंदिर प्राचार्य अनुज सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सभी के लिए आवश्यक है, हम सबका दायित्व बनता है कि सामूहिक रूप से वृक्षारोपण करें और उनका संरक्षण करे तभी पर्यावरण संरक्षित रह सकेगा।
चौपाल को भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय मिश्र, उपाध्यक्ष विजय सिंह, एकल विद्यालय संच प्रमुख अर्जुन प्रसाद आदि ने चौपाल में उपस्थित लोगों का आह्वान किया कि वे अधिकाधिक संख्या में वृक्षों का रोपण करे और एक पेड़ माँ के नाम बहुआयामी योजना में सहभागी बने, ताकि जन जीवन सुखी एवं सम्रद्ध बना रहे। आयोजित चौपाल का संचालन प्राचार्य राघवेंद्र शर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन आयोजक नमामि गंगे प्रकल्प संयोजक चंद्र प्रकाश मिश्र ने किया।
चौपाल में पर्यावरणविद रुद्र प्रताप मिश्र, प्रगतिशील किसान राम निवास वर्मा लेखमाल, शिवराज वर्मा, बेचन लाल, सर्वेश मिश्रा, एकल विद्यालय प्रकल्प से जुड़े समाजसेवी शिवराज वर्मा समेत तमाम लोग उपस्थित रहे। समापन अवसर पर बगौरा समय माता परिसर में सामूहिक रूप से पर्यावरण व जल संरक्षण का संकल्प लेते हुये पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण भी किया गया।