जितेन्द्र सिंह चौधरी
वाराणसी। केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के आदेश के अनुपालन में कुलपति के निर्देश के क्रम में पौधरोपण कार्यक्रम ‘‘एक पेड़ माँ के नाम’’ को सफल बनाने के क्रम में कुलपति म0गां0 काशी विद्यापीठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सेवा योजना, म0गां0 काशी विद्यापीठ वाराणसी ने पौधरोपण कार्य सम्पन्न किया।
कुलपति ने बताया कि वृक्ष हमारी जीवन है। बिना ऑक्सीजन के किसी भी प्राणी का जीवन मुश्किल होता है जो हमको यह अमूल्य ऑक्सीजन निशुल्क पेड़ों के माध्यम से मिलता है। आज हम एक वृक्ष मां के नाम लगा रहे हैं। निश्चित तौर पर भविष्य में हम सभी प्राणियों को इसका पूरा लाभ मिलेगा जो हमारे स्वास्थ्य को सुखमय बनाएगा।
इसी क्रम में विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार सुनीता पाण्डेय ने कहा कि पौधरोपण का उद्देश्य पर्यावरण को स्वच्छ, हरा-भरा एवं संतुलित बनाये रखना है। एक “पेड़ मां के नाम” अभियान आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने, धरती का तापमान कम करने, भूजल स्तर को ऊपर लाने और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान करने में समर्थ होगा। राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यापीठ के समन्वयक डॉ. रविंद्र गौतम ने उपस्थित लोगों से निवेदन किया कि अपने जीवन में जितनी ज्यादा से ज्यादा संख्या में वृक्ष लगा सकते हैं, लगाएं। हमको और हमारे आने वाले पीढ़ियों को न केवल ऑक्सीजन देगा, बल्कि आर्थिक रूप से भी समृद्ध बनाएगा। विश्वविद्यालय के चीफ़ प्राक्टर प्रो. के.के. सिंह ने विश्वविद्यालय के सभी अध्यापकों कर्मचारियों, छात्र/छात्राओं का पेड़ लगाने का आह्वान किया। उन्होंने कोरोना के समय ऑक्सीजन की कमी और उसकी महत्ता के बारे में बताते हुए जिक्र किया।
इसी क्रम में आम, जामुन, नीम, बरगद, पीपल, पाकड़, अशोक के पौधे प्रशासनिक भवन एवं अम्बेडकर पार्क में लगाये गये। इन पौधों की देखभाल करने की प्रतिबद्धता भी सुनिश्चित कि गयी। डॉ0 रविन्द्र गौतम समन्वयक रा0से0 योजना म0गां0 काशी विद्यापीठ वाराणसी के नेतृत्व में पौधरोपण के साथ ही पर्यावरण जागरूकता के लिए जनमानस को सचेष्ठ किया गया।
इस अवसर पर डॉ0 नागेन्द्र सिंह जन सम्पर्क अधिकारी, हरिश्चन्द, डॉ0 आनन्द मौर्य उप कुलसचिव, प्रो0 आनंद शंकर चौधरी, प्रो0 रमाकांत सिंह, डॉ आनंद सिंह, डॉ राधेश्याम राय, डा. जयशंकर सिंह, प्रशासनिक अधीक्षक राजेश राय, महेश श्रीवास्तव, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 पारिजात सौरभ, डॉ0 अंजना वर्मा, डॉ0 भारती कुरील, डॉ धनंजय शर्मा, डॉ0 ध्यानेन्द्र मिश्र, डॉ0 बालरूप यादव, डॉ हंसराज, डॉ0 शैलेश कुमार, डॉ0 शशि प्रकाश सोनकर, डॉ0 वीणा वादिनी अर्याल, डॉ0 अम्बुज, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय के स्वतंत्र सिंह, ऋषिदेवधर द्विवेदी, ओम प्रकाश यादव, दया कुमार सहित काफी संख्या में स्वयंसेवकों ने पौधरोपण करके कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।