हरिओम सिंह
अयोध्या। अयोध्या राम पथ निर्माण के दौरान प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए गए प्राचीन शिव हनुमान मंदिर के पुनर्स्थापित की मांग को लेकर एक मांग पत्र पंचायती मंदिर के प्रमुख सदस्य एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश वैद्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह को मांग पत्र सौंपा। पत्र में कहा गया कि अयोध्या शहर में स्थित सीतापुर आंख अस्पताल के तिराहे पर लगभग 40-50 वर्ष पूर्व प्राचीन शिव हनुमान मंदिर की स्थापना पंचायती मंदिर द्वारा की गई थी।
राम पथ निर्माण के चौडीकरण में स्थापित प्राचीन शिव हनुमान मंदिर को कुछ समय के लिए प्रशासन के आदेश से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हटा दिया गया था। इस दौरान मंदिर में मौजूद विग्रह को राम जानकी मंदिर साहिबगंज में कुछ दिनों के लिए रखवा दिया गया था। प्राचीन शिव हनुमान मंदिर से भक्तों की आस्था और श्रद्धा जुड़ी हुई है। वर्तमान स्थान पर विग्रहों की पूजा अर्चना में असुविधा को देखते हुए मंदिर के उत्तर दिशा में कुछ भूमि खाली है। इस खाली भूमि में शिव हनुमान मंदिर की स्थापना हेतु व्यवस्था कराया जाना अत्यंत आवश्यक व न्याय संगत है।
शिकायत की पत्र में यह भी कहा गया कि इस संबंध में मंदिर के सदस्यगण जिलाधिकारी व अपर जिला अधिकारी नगर से पूर्व में मिले थे। इस दौरान मंदिर की पुनर्स्थापना को लेकर आपनी बातें विस्तार से रखी गई। इस संबंध में उन्होंने मंदिर को पुनः स्थापित करने के विचार को लंबित रखा। प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के समक्ष अपनी मांग को रखते हुए यह कहा कि भक्तगणों में श्रद्धा और आस्था को देखते हुए प्राचीन शिव मंदिर को पुनः सीतापुर आंख अस्पताल के सामने उत्तर दिशा में जहां खाली भूमि पड़ी हुई है।
इस खाली भूमि के स्थान को निश्चित करते हुए मंदिर की स्थापना करने हेतु आदेश प्रदान किया जाय। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि भक्तों की आस्था व श्रद्धा को देखते हुए एवं मंदिर की प्राचीनता को देखते हुए इस विषय पर में व्यक्तिगत रूप से प्रयास करूंगा।
ज्ञापन देने वालों में अधिवक्ता राकेश वैद्य सदस्य पंचायती मंदिर, मनीष पांडेय राष्ट्रीय प्रवक्ता हिंदू महासभा, अधिवक्ता राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष अधिवक्ता परिषद, अनुभव जायसवाल पूर्व महामंत्री भाजपा, अंकित वैद, मुकुल वैद, संयम कृष्णा, आयुष वैद्य, केशव लाल वैद, आनंद किशोर, भोलानाथ वैद, राजेंद्र प्रसाद वैद, लाल जी वैद, गोपाल जी, विमल किशोर राम बाबू, रामकुमार तारकेश्वर नाथ सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।