हिमांशु विश्वकर्मा/शमीम अहमद
मड़ियाहूं, जौनपुर। रामपुर ब्लाक अंतर्गत कोहड़र गांव निवासी मुकेश गौतम पुत्र राधेमोहन गौतम गुरुवार की शाम करीब 3 बजे अपने गांव कोहड़र से प्राइवेट बस यूपी 65 आर 7477 में बैठकर अपने ससुराल सोनहरा, बधवां जा रहा था कि रास्ते में कंडक्टर से किराया को लेकर कहासुनी हो गई। बस कंडक्टर लल्ली पटेल ने किराया 100 रुपए मांगा तो मुकेश ने कहा कि बधवां का किराया कोहड़र से 70 रुपए होता है।
आप ज्यादा क्यों मांग रहे हो? फिर कंडक्टर ने मुकेश को दो थप्पड़ मारा और उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम मुकेश गौतम बताया तो उसने उसे गालियां देते हुए जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया। साथ ही बार-बार चमार शब्द बोलकर उसे मारा-पीटा और उसका कालर पड़कर जेब से 4200 रुपए छीनकर जेब भी फाड़ दिया। फिर एक लोहे की राड से सिर फोड़कर जान से मारने की धमकी देते हुये जमालापुर बस स्टॉप पर मुकेश को बस से नीचे गिरा दिया।
पीड़ित ने इस घटना की सूचना तुरंत 112 पर दी और एम्बुलेंस से रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के लिए चला गया लेकिन मामला पुलिस केस का था तो मुकेश का ईलाज नहीं हुआ।
पीड़ित करीब छः बजे सरकारी अस्पताल से मड़ियाहूं कोतवाली पहुंचा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया और बोला तुम्हारा थाना नेवढ़िया है। वहां जाओ वहां शिकायत करो। फिर मुकेश मड़ियाहूं कोतवाली थाना से नेवढ़िया थाना पहुंचा तो वहां की पुलिस ने फिर उसे मड़ियाहूं कोतवाली भेजा लेकिन मुकेश के 11 बजे मड़ियाहूं कोतवाली थाना पहुंचने पर भी न मेडिकल हुआ और न ही कोई शिकायत दर्ज किया गया और पुलिस ने मुकेश को सुबह के लिए बुलाया।
बता दें कि मुकेश मुकदमा दर्ज कराने के लिए फिर मड़ियाहूं कोतवाली पहुंचा तो कोतवाल ने मुकदमा दर्ज करने से इनकार करते हुए बताया कि जाओ तहसील में सीओ साहब बैठते हैं। अगर वह बोलेंगे तो मैं तुम्हारा मुकदमा अभी लिख दूंगा। फिर मुकेश वहां से तहसील में सीओ से मिलने चला गया। सीओ से मिलने के बाद भी न मुकदमा दर्ज हुआ और न ही कोई मेडिकल हुआ। ऐसे में पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही होने के बावजूद मुकेश ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि अगर मुझे कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी मड़ियाहूं पुलिस प्रशासन की होगी।