गोविन्द वर्मा
बाराबंकी। ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की मंशा से प्रत्येक मोहल्ले में लगाए गए इंडिया मार्का हैंडपाइप अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं। प्रधान सेक्रेट्री गठबंधन द्वारा इनको रिबोर कराने के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है। महज कागजी खानापूरी के जरिए अपनी तिजोरी भरने में लगे भ्रष्ट नौकरशाहों द्वारा प्रदेश सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
इसका प्रत्यक्ष प्रमाण बन सामने आया है। विकास खंड फतेहपुर का नंदरासी गांव निवासी राघवेन्द्र वर्मा के घर के सामने लगा हैंडपाइप लगभग 3 साल से खुद दो बूंद पानी के लिए तरस रहा है। इस नल पर विकास के कर्णधारों की नजर पड़ी तो उनके चेहरे चमक उठे। फिर क्या था? आनन—फानन एक लंबा चौड़ा स्टीमेट बनाकर 33 हजार 518 रुपए निकाल कर उनका बंदरबांट कर लिया गया। ग्रामीणों के अनुसार इस तरह से पांच नलों का फर्जी स्टीमेट बनाकर लाखों रुपए की हेराफेरी कर ली गई है।
विकास का यह अनोखा तरीका अपनाकर लाखों रुपए हजम करने वाले सेक्रेट्री बजरंगी प्रसाद के नाम से जाने जाते हैं। गांव के प्रधान राम निवास से साठ—गांठ कर विगत वर्ष 22 जून 2023 को वाउचर संख्या 5 T HSPC द्वारा 33 हजार 518 रुपए का भुगतान नल को बिना हाथ लगाए प्राप्त कर लिया गया। साल भर बाद नल ठीक कराने की मांग करने पर इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। उपजिलाधिकारी फतेहपुर के पास शिकायत दर्ज कराने वाले शशि कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत में लगभग 40 हैड़पाइप स्थापित हैं। यह तो महज बानगी भर है। यदि ठीक से जांच कराई जाए तो करोड़ों का घोटाला खुलकर सामने आ सकता है।