Jaunpur : सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सीखीं आरटीआई दाखिल करने की बारीकियां

  • आरटीआई—2005 विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

शुभांशू जायसवाल
जौनपुर। शोषित, वंचित और पीड़ितों को न्याय व हकदारी दिलाने के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरटीआई दाखिल करने की बारीकियां सीखी। शहर के रासमंडल स्थित रामेश्वर शिशु विहार के हाल में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।
इंस्टीट्यूट फॉर सोशल डेमोक्रेसी और सौहार्द बंधुता मंच की ओर से आयोजित कार्यशाला में आरटीआई कार्यकर्ता निसार अहमद ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और पीड़ितों को उनका हक दिलाने के लिए सूचना अधिकार अधिनियम 2005 एक सशक्त माध्यम है। ऐसे में सामाजिक कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी है कि वह आरटीआई के प्रति लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि देश के तमाम हिस्सों में आरटीआई के माध्यम से बहुत से घोटालों और भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।
इस मौके पर समावेश फेलो आनंद देव ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 महज एक अधिनियम नहीं बल्कि सच्चे लोकतंत्र के लिए अनिवार्य शर्त है। उन्होंने आरटीआई के माध्यम से पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों का उल्लेख करते हुए कहा कि खोजी खबरों को जनता के सामने लाने के लिए भी आईटीआई एक सशक्त माध्यम है। इस मौके पर प्रतिभागियों की ओर से कई सवाल भी किए गए जिसका उन्हें सिलसिलेवार जवाब दिया गया। सिकंदर मौर्य ने ऑनलाइन आरटीआई दाखिल करने की तकनीकी जानकारी दी।
इस अवसर पर डॉ भरत प्रसाद अटल, जनार्दन मिश्र, शोभना स्मृति, विनोद गौतम, जुबैर आदिल, संघर्ष यादव, रामानंद, अनंजय कुमार, राजिया सुलतान, शबनम बनो, अली मंजर, रोहित वनवासी, जितेंद्र यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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