कोशिश जायसवाल
महराजगंज, रायबरेली। जिन पुलिस कर्मियों पर आम नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व होता है। जब वही पुलिस अपने जमीर को बेचकर लोगों को सुरक्षा देने के बजाय ईमान की बोली लगवा देते हैं तो आम नागरिक का जीना दुश्वार हो जाता है। अभी तक तो रायबरेली पुलिस अभी रात के अंधेरे में शव को जलाने को लेकर सुर्खियां बटोरी थी कि अब शव की बोली लगवा दी।
जमीर बेचने के बाद शव को फूंकने का ठेका लेने वाली खाकी अब सौदेबाजी कर लाश को ठिकाने भी लगाने लगी हैं। ज़ी हाँ, प्रदेश में खाकी अपने इकबाल के लिए नहीं वरन अपनी करतूतों के लिए चर्चा में हैं। मालूम हो की सोमवार को तहसील परिसर पहुंची दर्जनों महिलाओं ने पुलिस पर शव को गायब कराने व हत्यारोपियों पर मुकदमा न लिखे जाने के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
बताते चलें कि बलिया जिले में अवैध कारोबार में संलिप्त एसओ सहित पांच पुलिस कर्मियों को रंगे हाथों पकड़ में आने के बाद रायबरेली के बछरावां में थानेदार द्वारा मृतक गैंगरेप पीड़िता का शव फूंकने का वहशी कारनामा चर्चा में होने के बाद महराजगंज पुलिस पर बुजुर्ग की संदिग्ध हत्या होने के बाद शव को ठिकाने लगाने का आरोप लग रहा है। दर्जनों महिलाओं के साथ तहसील पहुंची कस्बे की रुद्रनगर निवासिनी मृतक बुजुर्ग की बहू सुलेखा ने एसडीएम राजितराम एवं सीओ आफिस में ज्ञापन देते हुए कहा कि जमीन के लालच में शुक्रवार को गांव के राजेश उर्फ घंटी एवं भाजपा नेता राम अभिलाष द्वारा मेरे ससुर की हत्या कर दी गयी।
पीड़िता ने बताया कि शुक्रवार को डायल 112 मिला कर उसने घटना की सूचना व तहरीर पुलिस को दी जिस पर शुक्रवार को ही पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया किन्तु तीन दिन बाद भी शव परिजनों को सुपुर्द नहीं किया गया और ना ही हत्यारोपियों पर मुकदमा लिखा गया। मामले में सीओ यादुवेन्द्र बहादुर पाल ने बताया कि महिलाओं ने ज्ञापन दिया हैं। जांच कर कार्यवाही की जाएगी।