चन्दन अग्रहरि
शाहगंज, जौनुपर। स्थानीय नगर के अयोध्या मार्ग स्थित वरदान हास्पिटल पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा व ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है। कथा के पांचवें दिन प्रयागराज से पधारे आचार्य शांतनु जी महाराज ने भक्तों को कथा के दौरान बाललीला, कालिया दमन, गोवर्धन धारणा की अमृतमयी वर्षा किया। उन्होंने पाण्डाल में उपस्थित श्रद्धालुओं में राष्ट्र भक्ति की अलख जलाते हुए कहा कि जो व्यक्ति राष्ट्र, समाज, परिवार के उत्थान का चिंतन नहीं करता, वह जिंदा पशु के समान होता है।
कथा वाचक ने वाचन के पांचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वृतांत सुनाया। इन्हीं में से एक गोवर्धन पूजा के प्रसंग के दौरान उन्होंने बताया कि किसी प्रकार भगवान श्रीकृष्ण ने भगवान इन्द्र के घमण्ड को चूर करने के लिए बृजवासियों को गिरिराज की पूजा करने के लिए प्रेरित किया और इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिए अपनी अंगुली पर गिरिराज को धारण कर समस्त बृजवासियों को बचाया। संगीतमय कथा वाचन के दौरान पाण्डाल में उपस्थित सैंकडों की संख्या में श्रद्धालु भाव—विभोर होकर नृत्य करने के साथ् झूमने लगे।
परिवार सहित इस दौरान मुख्य जजमान कलावती सिंह, अरुण सिंह, अनिल सिंह, सुशील सिंह, लाल बहादुर सिंह, चंद्रशेखर सिंह, अजीत सिंह, डा वरुण सिंह, शशांक सिंह, आनंद मोहन सिंह, शिवम सिंह, प्रथम सिंह, आयुष सिंह, यशवीर प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे। अंत में महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। संचालन शुभम एवं वीरेंद्र वीरू ने संयुक्त रूप से किया।