देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। बिजली कटौती से परेशान किसान व व्यापारियों ने शुक्रवार को रेडहा बिजली उप केंद्र पर सुबह करीब 9 बजे से धरना दिया और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
लगभग 3 घंटे बाद मौके पर बिजली विभाग के एसडीओ अवधेश कुमार व बुढनपुर की नायब तहसीलदार वंदना वर्मा पहुंच गयी। आंदोलनकारियों से 1 घंटे वार्ता के बाद जल्द से जल्द बिजली व्यवस्था में सुधार का आश्वासन दिया गया तब जाकर धरना समाप्त हुआ। बताते चलें कि लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार बिजली व्यवस्था बेपटरी पर आ गई है।
क्षेत्र के किसान और व्यापारी परेशान हैं। आंदोलनकारियों का आरोप था कि बिजली 24 घंटे में एक घंटे या 2 घंटे बिजली मिल पा रही है। 2 साल पहले से यहां 10 एमबीए का ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है। विभाग के उच्चाधिकारी फोन पर बात नहीं करते हैं। जाने पर मिलते नहीं।
अब सब कुछ ठेकेदार पर निर्भर बता रहे हैं जिस पर आंदोलनकारियों ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की मांग उठाई। पावर हाउस की क्षमतावृद्धि नहीं की गई जिसका खामियाजा किसान और व्यापारी भुगत रहे हैं। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि अभी एक हफ्ता पहले फुलवरिया बाजार में बिजली चेकिंग की गई थी जिसमें बकाया और लोड के नाम पर कनेक्शन काटे गए।
बिजली विभाग के लोगों द्वारा डरा धमकाकर सुविधा शुल्क वसूला जा रहा है। आंदोलनकारी किसी उच्चाधिकारी को मौके पर बुलाने पर अड़े हुए थे लेकिन नायब तहसीलदार और एसडीओ के आश्वासन के बाद धरना 3 घंटे बाद समाप्त किया गया। इस दौरान 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार बुढ़नपुर वंदना वर्मा व बिजली विभाग के एसडीओ अवधेश कुमार को सौंपा गया।
साथ ही चेतावनी भी दी गई कि एक महीने में व्यवस्था में सुधार नहीं किया तो पुनः चक्का जाम और तालाबंदी कर भूख हड़ताल पर व्यापारी और किसान बैठेंगे। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल सिंह, विजय बहादुर सिंह, राजेश लाल श्रीवास्तव, वेद प्रकाश सिंह बादल, प्रेम सागर मोदनवाल, अखंड प्रताप सिंह, कलामुद्दीन, प्रमोद सिंह, राहुल यादव, सुहेल, अशोक प्रजापति आदि मौजूद रहे।




















