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बच्चों ने बढ़—चढ़कर किया प्रतिभाग, विजेता किये गये सम्मानित
संदीप पाण्डेय
हरचंदपुर, रायबरेली। बाबू एल.पी.एस. पब्लिक स्कूल में बच्चों ने सावन महोत्सव मनाया जहां प्रार्थना सभा में सभी बच्चों ने एक साथ मिलकर के सावन के फिल्मी गीत छम-छम-छम पर सामूहिक नृत्य किया।
सभी बच्चों ने हरे रंग के सुंदर-सुंदर परिधान पहने हुए थे जो देखने में बहुत ही आकर्षक और सुंदर लग रहे था। इस फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में कक्षा 1 से अद्विका, क़िबला, वन्तिका, आकारिका, दिव्यांशी से विजयी हुए तथा कक्षा 2 से अंशुमन गुप्ता, पियूष, शिवाय लोधी, विहान विजयी हुए कक्षा 3 से प्रतिक, शिवेंद्र, अभ्यंश, तथा कक्षा 4 से रिशिका, मोनी निर्मल, पावनी विजयी घोषित किये गये।
सावन समारोह के अंतर्गत विद्यालय में विद्यालय की बालिकाओ के लिए मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जहां सभी बच्चों ने बढ़—चढ़कर प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता के अंत में विजेताओं के नाम घोषित किये गये। कक्षा 5 से प्रथम स्थान आराध्या श्रीवास्तव ने प्राप्त किया। कक्षा 6 से प्रथम स्थान दिव्यांशी सिंह ने प्राप्त किया। कक्षा 7 से प्रथम स्थान साक्षी रावत ने प्राप्त किया। कक्षा 8 से प्रथम स्थान उमैमा ने प्राप्त किया तथा शालिनी मौर्य, राधिका सिंह, सैयद बुशरा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
सावन समारोह के अंतर्गत ही विद्यालय में विद्यालय के बालकों के लिए क्राफ्ट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता के अंत में सभी कक्षाओ से विजेताओ के नाम घोषित किये गए कक्षा 5 से प्रथम स्थान शिवांशु ने प्राप्त किया। कक्षा 6 से प्रथम स्थान अंश सिंह ने प्राप्त किया। कक्षा 7 से प्रथम स्थान जोतेंद्र ने प्राप्त किया। कक्षा 8 से प्रथम स्थान हरीश ने प्राप्त किया तथा युवराज सिंह, उत्तम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
प्रार्थना सभा में विद्यालय की प्रधानाचार्या सपना श्रीवास्तव में बच्चों को सावन की विशेषता के बारे में बताते हुये बताया कि सावन का महीना हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण अवधि है जो आम तौर पर जुलाई-अगस्त में पड़ता है। यह आध्यात्मिक विकास, भक्ति और उत्सव का समय है।
सावन के उत्सव के कुछ मुख्य पहलू इस प्रकार हैं। इस माह में लोग शिव पूजा भी करते हैं, क्योंकि सावन भगवान शिव को समर्पित है जो हिंदू धर्म में प्रमुख देवताओं में से एक हैं। भक्त शिव लिंग को प्रार्थना, फूल और दूध चढ़ाते हैं। इस माह में लोग व्रत और अनुष्ठान भी करते हैं, क्योंकि कई लोग व्रत रखते हैं, पूजा करते हैं और शिव से संबंधित मंत्र और भजन गाते हैं। इस माह में कांवड़ यात्रा भी निकलती है।
उत्तर भारत में भक्त गंगा का जल लेकर शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। इस माह को त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। सावन में विभिन्न त्यौहार जैसे हरियाली तीज, नागपंचमी और रक्षाबंधन मनाए जाते हैं। इस माह में सांस्कृतिक आयोजन भी समाज में जगह—जगह आयोजित किये जाते हैं। सावन के दौरान संगीत, नृत्य और कला प्रदर्शन आम हैं जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हैं। सावन आध्यात्मिक पुनर्जीवन, परिवार बंधन और भारत की विविध परंपराओं का उत्सव करने का समय है।