शरद कुमार अवस्थी
डीह, रायबरेली। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से ही गायों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और उनकी देखभाल के लिए कई फैसले लिए गए लेकिन ऐसा कोई गांव नहीं जहां से आए दिन गाय बछड़ों के मरने की खबर ना आती हो, वह भी भूख से मरने की।
सरकार प्रति गाय 1500 रुपया प्रतिमाह प्रधानों को चारे के लिए उपलब्ध कराती है। उसके नाम पर सूखा भूसा दिया जाता है डीह स्थित गौशाला में आए दिन गाय मर रही है और उनके शवो से दुर्गंध गांव में फैल रही है जिससे गांव में संक्रमित बीमारी फैलने का खतरा है।
इन सब गौशालाओं के दुर्दशा के जिम्मेदार आखिर कौन है, यह यक्ष प्रश्न है। क्योंकि सरकार गौशालाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए रोज नए-नए नियम लागू कर रही है लेकिन जिम्मेदार है उन नियमों का पालन करना मुनासिब नहीं समझते हैं।