रविन्द्र चौधरी
उरई, जालौन। बीते शनिवार को सेना के जवान अंशु विश्वकर्मा का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। जब यह खबर फौजी अंशु विश्वकर्मा की यूनिट कोर आफ ऑर्डिनेंस पुणे को मिली। सेना के उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार झांसी की ईएमई बटालियन ने फौजी अंशु विश्वकर्मा के पार्थिव शरीर पर जीत चढाकर अंतिम विदाई दी।
ज्ञात हो कि कालपी विधानसभा क्षेत्र के महेवा ब्लाक के गांव जीतामऊ निवासी अशोक विश्वकर्मा पूर्व सैनिक हाल निवासी बघौरा उरई का पुत्र अंशु विश्वकर्मा उम्र लगभग 27 वर्ष पुणे की कोर आफ ऑर्डिनेंस में हवलदार के पद पर तैनात था। उसकी तैनाती लगभग 10 वर्ष पूर्व हुई थी। एक सप्ताह पूर्व हवलदार अंशु विश्वकर्मा रक्षाबंधन की छुट्टी में अपने घर आया हुआ था और अपनी बड़ी बहिन वंदना विश्वकर्मा लगभग 32 वर्ष के साथ बाइक से गांव जीतामऊ परिवार वालों से मिलने के लिए जा रहा था।
तभी रास्ते में जालौन कुठौंद हाई-वे पर मड़ोरी के समीप एक कार ने उसकी बाईक में टक्कर मार दी जिससे अंशु विश्वकर्मा हवलदार की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बहिन वंदना बुरी तरह से घायल हो गई थी जिसे उपचार के लिए कानपुर रेफर किया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे भी मृत्यु घोषित कर दिया। एक साथ भाई बहन की मौत से पूरे जनपद में कोहराम मच गया।
आज झांसी ईएमई बटालियन मृतक अंशु विश्वकर्मा के उरई आवास पर पहुंची और अंशु विश्वकर्मा के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर पैतृक गांव जीतामऊ ले गई। जहां पर सैकड़ो नाते रिश्तेदारों तथा पूर्व सैनिकों की मौजूदगी में झांसी यूनिट के जवानों ने पार्थिव शरीर पर जीत चढ़ा कर जवान अंशु विश्वकर्मा को अंतिम विदाई दी।
इस मौके पर एसडीम कालपी, थानाध्यक्ष सिरसा, पूर्व विधायक नरेंद्र जादौन विश्वकर्मा समाज के जिला अध्यक्ष महेश विश्वकर्मा, पप्पू रूरा, अयोध्या विश्वकर्मा, दुलीचंद विश्वकर्मा, भोले विश्वकर्मा, पूर्व सैनिक व वेलफेयर संगठन उरई जालौन के पदाधिकारियों में कैप्टन अखिलेश नगायच, रविंद्र राठौर, शत्रुघ्न सेंगर, सुनील विश्वकर्मा, अरविंद सिंह चौहान, रामकुमार वर्मा सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने जवान अंशु विश्वकर्मा को अंतिम विदाई दी।