देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। आरटीओ व एआरटीओ कार्यालय को जाफरपुर से राजकीय आईटीआई में विभाग के ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में शिफ्ट करने का कार्य मंगलवार को पूरे जोर शोर से चलता रहा।
जाफरपुर से ट्रकों में फाइलों को लादकर यहां अस्थाई कार्यालय में रखने के लिए दिनभर भाग दौड़ होती रही। दिन में आरटीओ आरएन चौधरी भी यहां पर हो रहे शिफ्टिंग कार्य की मॉनिटरिंग करते रहे। हालांकि अभी पूरा कार्य संपन्न होने में एक दिन और लग सकता है। विभागीय कार्यालय के शिफ्ट होने के चलते आम लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जिन लोगों को लाइसेंस व अन्य कार्य के लिए इन दिनों का समय दिया गया था, उनको वापस लौटना पड़ रहा है। यहां तक कि कई लोग जो दिल्ली से यहां पर अपने कार्य के लिए समय लेकर आए थे। उनको भी निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। शिफ्ट होने की कार्रवाई के बाद सामान्य कार्य कब तक शुरू होगा अभी यह तय नहीं है। हालांकि अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही सभी कार्यों को पटरी पर ले आकर कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
बता दें कि जाफरपुर में परिवहन विभाग का कार्यालय किराए के भवन में संचालित हो रहा था लेकिन परिवहन आयुक्त ने एक सितंबर से भवन का किराया देने से इनकार कर दिया जबकि गंभीर वन में निर्माणाधीन विभाग के कार्यालय को अभी तक हैंडओवर नहीं किया जा सका है। इसके चलते आजमगढ़ शहर में ही आनन फानन में कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गई।
शनिवार से इस कार्रवाई को शुरू किया गया जो अभी तक जारी है। आरटीओ आरएन चौधरी ने बताया कि किराया के जिस भवन में कार्यालय चल रहा था, वह जर्जर हो गया था। उसका प्लास्टर आदि गिर रहा था जिससे वहां पर कार्य करना खतरे से खाली नहीं था। इसी वजह से कार्यालय को शिफ्ट किया जा रहा है। जल्द ही गंभीरबन में भी बचे खुचे कार्य को संपन्न करा कर हैंडओवर कर दिया जाएगा।