मुकेश तिवारी
झांसी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झांसी महानगर के कार्यकर्ताओ द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय बरुआसागर की कक्षा 9 की छात्रा के साथ रैगिंग एवं आत्महत्या के दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण की जांच एवं सुरक्षा उपायों के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। प्रान्त मंत्री शिवा राजे बुंदेला ने कहा कि कक्षा 9वीं की छात्रा को आत्महत्या जैसा कदम उठाना समूचे कालेज प्रशासन व समाज के लिए बेहद दुखद व निंदनीय है।
इस घटना की निष्पक्ष व पारदर्शी जांच होनी चाहिए इस समूचे प्रकरण में दोषी पाए गए लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए। महानगर मंत्री सुयश शुक्ला ने कहा कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाने में विद्यार्थी परिषद प्रयासरत रहेगी और ये आत्महत्या नही बल्कि हत्या है, अतः पूरे स्कूल प्रशासन की जांच होनी चाहिए तथा दोषियों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
नगर मंत्री भावना ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की गंभीरता पूर्वक जांच होनी चाइए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झांसी महानगर अत्यंत दुःख और चिंता के साथ आपको यह ज्ञापन प्रस्तुत कर रहा है कि दिनांक 08 अक्टूबर 2024 को जवाहर नवोदय विद्यालय बरुआसागर में एक छात्रा द्वारा आत्महत्या की घटना से हम सभी दुःखी एवम् चिंतित हैं।
यह केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि यह हमारे शिक्षा तंत्र और समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न है। यह घटना हमें यह सोचने पर भी विवश करती है कि क्या हमारे विद्यालयों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सुरक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं? जब छात्रों को सही मार्गदर्शन और सहायता नहीं मिलती, तो ऐसे दुखद परिणाम सामने आते हैं। अतः इस संबंध में हमारी प्रमुख मांगें निम्नलिखित हैं।
संपूर्ण घटना की निष्पक्ष, गहन और त्वरित जांच की जाए एवं संबंधित दोषी व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जनपद के सभी विद्यालयों में नियमित रूप से मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि छात्र अपनी समस्याओं को समझ सकें और उनके समाधान के लिए उचित सहायता प्राप्त कर सकें।
प्रत्येक विद्यालय में योग्य काउंसलर की नियुक्ति को अनियार्य किया जाय, ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की मानसिक या भावनात्मक समस्याओं का समाधान मिल सके। प्रत्येक विद्यालय में छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सभी उपायों को तत्काल लागू किया जाए।
हम अनुरोध करते हैं कि इस प्रकार की घटनाओं के रोकथाम के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाए, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा और समाजशास्त्र के विशेषज्ञ शामिल हों समिति की सुझावों को प्रत्येक विद्यालय, महाविद्यालयों में अनिवार्य रूप से लागू कराया जाए। हम आपके नेतृत्व में इस मामले को गम्भीरता से लेने की अपील करते हैं।
आपकी कार्रवाई न केवल इस घटना के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगी, बल्कि विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित भी करेगी। ज्ञापन के दौरान जिला संयोजक हर्ष जैन, निखिल करेला, अभिषेक दुबे, विहान सिंह, फिरोज, भावना नहर, स्वाति, समीक्षा दुबे, विशाल अहिरवार अर्जुन यादव, संकल्प कुशवाहा, आशुतोष अग्निहोत्री, दीपेंद्र जाटव, आदित्य राज, शिल्पी रजक सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।