हरिओम सिंह
अयोध्या। हिंदू आस्थाओं पर प्रहार कर रहे कलाकारों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार किया जाय। तत्काल प्रभाव से फिल्मी रामलीला पर लगे प्रतिबंध। उक्त बातें हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष अधिवक्ता मनीष पांडेय द्वारा जिलाधिकारी अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपते हुये कही।
ज्ञापन के माध्यम से कहा कि अयोध्या धाम में 1 अक्टूबर से फिल्मी रामलीला का आयोजन किया जा रहा है, यह फिल्मी रामलीला पूर्ण रूप से अमर्यादित, वह अशास्त्रीय विधि से की जा रही है जिसे तत्काल प्रभाव से रोके जाने की आवश्यकता है। फिल्मी कलाकारों द्वारा की जा रही रामलीला को तत्काल प्रभाव से रोका जाय। रामलीला के नाम पर फिल्मी कलाकारों द्वारा फिल्मी डायलॉग बोलकर रामलीला का भौंडा प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं होगा।
अयोध्या की पवित्र पावन भूमि जिस पर रामलाल का जन्म हुआ। आगे चलकर भी मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए, इस पवित्र पावन भूमि पर अमर्यादित आचरण के द्वारा अप संस्कृति फैलाने आकर फिल्मी कलाकारों द्वारा किया जा रहा है। रामलीला के नाम पर कॉमेडी की जा रही है।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने यह भी कहा है कि फिल्मी कलाकारों द्वारा हिंदू देवी देवताओं का अपमान करना आम हो चुका है। जिहादी मानसिकता से ग्रसित होकर आमिर खान भगवान शिव का अपमान करते हैं। वहीं वामपंथी विचारधारा से ग्रसित लीना मणिमकेलाई के द्वारा मां लक्ष्मी को सिगरेट पीता हुआ दिखाया गया था। यौन शिक्षा की आड़ लेकर भगवान शिव को भोंडे रूप में दिखाने का कार्य अक्षय कुमार द्वारा किया गया था।
इसी प्रकार प्रभास को आगे करके भगवान राम का भी अपमान एक फिल्म में किया गया था। आज उसी प्रकार कुछ धर्मविहीन, शास्त्रविहीन, और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की मंशा पाले हुए इन फिल्मी कलाकारों द्वारा अयोध्या में ही न सिर्फ प्रभु श्रीराम का, बल्कि रामचरितमानस के सभी पात्रों का खुले आम अपमान व उपहास किया जाने का जघन्य अपराध किया जा रहा है।
फिल्मी कलाकारों द्वारा ऐसे अमर्यादित आचरण द्वारा की जा रही रामलीला और रामलीला के प्रमुख पात्रों के अपमान को को कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि इन फिल्मी कलाकारों द्वारा मांस मछली और मदिरा, धूम्रपान का निरंतर सेवन किया जाता है। ऐसे में यह सिर्फ अपना प्रभु श्रीराम का अपमान है, बल्कि रामायण और रामचरितमानस के सभी पात्रों का भी खुले आम उपहास और अपमान है।
अनुरोध है कि तत्काल प्रभाव से अयोध्या की मर्यादा के विपरीत होने वाली राम फिल्मी रामलीला को तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का कार्य करें और भविष्य में ऐसी किसी भी प्रकार की रामलीला अयोध्या में न होने पाए इस बात की व्यवस्था भी करें। ज्ञापन को जिलाधिकारी, एसएसपी तथा रेजिडेंस मजिस्ट्रेट अयोध्या को प्रेषित किया गया है।