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ग्रामीणों का आरोप— आम जनता की गाढ़ी कमाई पर डाका डाल रहा विभाग
रूपा गोयल
नरैनी, बांदा। भ्रष्टाचार का अड्डा बना नरैनी कस्बे का उप डाकघर में कई वर्षाें से प्राइवेट कर्मी के आड़ में महीने में कई लाखो रुपए लोगो के गबन किए जा रहे। जमा के नाम पर फर्जी दस्तावेज के माध्यम क्षेत्रीय लोगो का लाखो रुपए डकार गए डाक कर्मी।
नरैनी कस्बे के अतर्रा मार्ग में मौजूद मुख्य डाक घर खुलेआम भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है यहां पर काम के नाम पर लोगो को सिर्फ भटकाने का कार्य हो रहा है। कई बार तमाम खाता धारकों को फर्जी दस्तावेज पकड़ा कर फ्राड करने का कार्य हो रहा है। उनकी गाढ़ी कमाई गबन करके भ्रष्टचार के भेट चढ़ा दी जाती है।
कई बार तमाम लोग डाक घर में काम करने वाले कर्मियों के खिलाफ गबन के आरोप लगाए गए लेकिन अभी तक दोषी लोगो के विरुद्ध कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। डाक घर में मौजूद प्राइवेट कर्मी पुरुषोत्तम नामदेव लोगो का खुलेआम शोषण कर रहा है। इसी आड़ में तैनात पोस्टमास्टर सहित सहित अन्य डाक कर्मी भी खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
कुछ समय पूर्व इसी डाक घर में जमा की गई धन राशि को खाते में न पाकर लोग भड़क गए। उनसे धनराशि जमा करा ली गई लेकिन खाते में पोस्ट नहीं किया गया। जब लोग अपनी जमापूंजी के बारे में जानकारी करने पहुंचे तो उन्हें सिस्टम और कर्मचारियों के न होने की बात कहकर वर्षाें टहलाया गया।
जब लोगों ने इसका विरोध शुरू किया तो प्राइवेट कर्मी पुरुषोत्तम नामदेव की बली देकर घूसखोरी और भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी कर्मी बच निकले। इसमें तमाम क्षेत्रीय ग्रामीणों का धन का लेखा जोखा न होने की बात कहकर गबन कर लिया गया। डाक घर में आज भी वही रवय्या कायम है।
डाक विभाग द्वारा संचालित एफडी, आरडी, डिपाजिट अकाउंट, सेविंग अकाउंट, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम अकाउंट, पब्लिक प्रौविडंट फंड या पीपीएफ अकाउंट, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि अकाउंट आदि में खुलेआम अनिमितता की जा रही है।
क्षेत्र के रहने वाले जितेंद्र मिश्रा, प्रद्युमन दिवेदी, शशि प्रकाश तिवारी, धनीराम वर्मा, रामबाबू चौरसिया, बुद्धि विलास चौरसिया आदि ने डाक घर में खुलेआम हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग करते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग की है।