गोविन्द वर्मा फतेहपुर, बाराबंकी। अपनी अनोखी कार्यशैली को लेकर अक्सर अखबार की सुर्खियों में रहने वाला विकास खंड फतेहपुर एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है।
भ्रष्टाचार के लिए मशहूर हो चुका ब्लाक का नंदरसी गांव वर्तमान समय में लूट खसोट के मामले में पूरे जनपद को पीछे छोड़ चुका है। महज पेपर वर्क के सहारे सरकारी धन का बंदरबांट करने में इन्हें कोई संकोच नहीं होता है। ऐसी होनहार ग्राम पंचायत के प्रधान राम निवास के नाम से जाने जाते हैं।
पंचायती विकास के लिए शासन द्वारा जारी की जा रही करोड़ों की धनराशि से प्रधान सेक्रेट्री गठबंधन अपनी तिजोरी भरने में लगा हुआ है। भ्रष्टाचार रूपी नदी में न सिर्फ प्रधान एवं सेक्रेट्री, बल्कि उच्च अधिकारियों ने भी बराबर डुबकी लगाई है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण बन सामने आया है नंदरासी गांव का अंतेष्टि स्थल।
नियमों को दरकिनार बनाया गया अंत्येष्टि स्थल प्रधान के लिए दुधारू गाय साबित हुआ। प्रधान ने बड़ी सफाई से 24 लाख 36 हजार रुपए की लागत वाले इस प्रोजेक्ट में अपने बेटे को शामिल कर दिया। फिर शुरू हुआ लूट खसोट का खेल प्रधान ने अपने बेटे अजय कुमार को अंतेष्टि स्थल निर्माण के नाम से लाखों रुपए का भुगतान चुटकी बजाते हुए कर दिया।
पंचायत सचिव से साठ—गांठ कर प्रधान राम निवास द्वारा अपने बेटे अजय कुमार के खाते में 6 फरवरी 2024 को अंत्येष्टि स्थल निर्माण हेतु एक लाख अठारह हजार चार सौ छियालीस रुपए, 25 अप्रैल 2024 को 71 हजार 280 रुपए, 9 मार्च 2024 को साफ सफाई कार्य हेतु 16 हजार 100 रूपए, 20 मार्च 2024 को इंटरलॉकिंग निर्माण हेतु 5 हजार 6 सौ रूपए, 29 मार्च 2023 को नाली निर्माण हेतु 13 हजार 227 रूपए, 28 जनवरी 2023 को निजामपुर में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य हेतु 18 हजार 9 सौ रूपए, 15 जुलाई 2024 को प्राथमिक विद्यालय में मिट्टी पटाई कार्य हेतु 86 हजार 989 रूपए तथा 29 मार्च 2023 को ओम प्रकाश के घर से तालाब तक नाली निर्माण के लिए 14 हजार 424 रूपए का भुगतान किया गया है।
बिना किसी फर्म के अपने बेटे के नाम पर इस तरह से किया गया लाखों का भुगतान विकास के कर्णधारों द्वारा की गई बंदरबांट की तरफ खुला इशारा करता नजर आ रहा है।इस सम्बंध में ग्राम पंचायत सचिव बजरंगी प्रसाद ने बताया कि 27 नवम्बर 2023 में इसका टेंडर प्रकाशित किया गया था। अंत्येष्टि स्थल के निर्माण का कार्य टेंडर प्रकाशित कराने के बाद ही नियमानुसार किया गया है।