रूपा गोयल
बांदा। विकास खण्ड जसपुरा के सभागार में अटल भूजल योजना अंतर्गत विकास खंड स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। प्रशिक्षण में 5 ग्राम पंचायत अदरी, सिन्धन कला, नर्जिता, सिकहुला, नारायण से प्रधान, पंचायत सेक्रेटरी, रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, समूह की महिला, तकनीकी सहायक मिलाकर 30 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण का शुभारंभ ए.डी.ओ. पंचायत जसपुरा गुरु प्रसाद ने किया। तत्पश्चात प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पानी बनाया नहीं, केवल बचाया जा सकता है। सरकार की मंशा है कि पानी के प्रति समाज को समय-समय पर नयी-नयी तकनीकियों से परिचित कराते रहे।
इसी क्रम में डिस्ट्रिक्ट कन्सलटेंट यूनाँप्स आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि जसपुरा विकास खण्ड में पूरी पेयजल आपूर्ति ट्यूबवेल स्कीम आधारित है जो पूरी तरह भूगर्भ जल स्तर पर निर्भर है। ऐसे में अटल भूजल योजना की सफलता ही जल जीवन मिशन का भविष्य नियत करेगी। पेयजलापूर्ति के स्रोत स्थिरता महत्वपूर्ण घटक है। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय जल मिशन द्वारा जनपद को जल पुरस्कार से नवाजा गया है। जिला ग्राम्य विकास संस्थान के वरिष्ठ प्रशिक्षक चन्द्र किशोर ने जल बजट बनवाकर प्रतिभागियों को संवेदित किया।
मास्टर ट्रेनर अवधेश अग्निहोत्री व आई.ई.सी. एक्सपर्ट अखिलेश पाण्डेय ने अटल भूजल योजना के उद्देश्य एवं लाइन डिपार्टमेंट द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर की जा रही गतिविधियों से लोगों को कैसे जोडें, अटल भूजल योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत में लगे टूल्स जैसे- फ्लो मीटर डी.डब्ल्यू.एल.आर. आयरन बोर्ड, वाटर प्रोफाइल, टोल फ्री नम्बर एवं अटल जल मोबाइल एप्प के माध्यम से आम जनमानस तक ग्राम पंचायत में अटल भूजल योजना की गतिविधियों की जानकारी कैसे प्राप्त हो, इस पर मोबाइल ऐप्लिकेशन को प्रतिभागियों के मोबाइल एप्प मे डाउनलोड कराकर समझाया गया। कार्यक्रम मे ब्लाक कोआर्डिनेटर सर्वेश एवं संदीप का विशेष सहयोग रहा।