दीपक कुमार
चन्दौली। दुलहीपुर स्थित सनबीम स्कूल मुगलसराय के वृहद प्रांगण में शनिवार को दो दिवसीय “अंतर्विद्यालयीय त्रिकोणीय शैक्षिक अधिसंज्ञान प्रतिस्पर्धा-शून्य 5.O” भव्य शुभारम्भ हुआ।
प्रतिस्पर्धा में उदयपुर, अयोध्या, वाराणसी तथा चंदौली जिले कुल 14 प्रतिष्ठित विद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया। महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल उदयपुर, जे.बी. एकेडमी अयोध्या, यस.आर.वी.एस. शिक्षण संस्थान तथा सनबीम समूह के 11 विद्यालय उपस्थित थे।
यह आयोजन न केवल उनके बौद्धिक कौशल को तराशने का एक मौका था, बल्कि उनमें सामूहिक प्रयास और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ावा देने का एक उत्कृष्ट अवसर भी था।
इस प्रतिस्पर्धी प्रतियोगिता में निम्नलिखित तीन प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं जिसमें “विज्ञान प्रायोगिक चुनौती- फ्रैक्टल्स” व बहु प्रारूप वाद-विवाद, प्लूरिलॉग्स तथा “अंतर- विद्यालयी रचनात्मक लेखन एवं दृश्य कला प्रदर्शन सर्क “।
कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि प्रतिष्ठित वीडियो इंस्टालेशन कलाकार सहज उमंग सिंह भाटिया, प्रसिद्ध कलाकार देबांशु जी और सुप्रसिद्ध शिक्षाविद् और ज्ञान संसाधन क्यूरेटर प्रणव मुखर्जी द्वारा तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत विद्यालय के सेक्रेटरी यदुराज कानूडिया, निदेशिका श्वेता कानूडिया, उप निदेशिका श्रुति अग्रवाल, प्रधानाचार्या सौमिता चटर्जी, उप-प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने ‘पुष्प-गुच्छ‘ व ‘अंगवस्त्र‘ भेंट कर किया।
उद्घाटन समारोह में इस प्रतियोगिता के लक्ष्य और उद्देश्य बताते हुए प्रणव मुखर्जी ने प्रतिस्पर्धा के महत्वपूर्ण तीनों प्रतियोगिताओं पर प्रकाश डाला और उसके नियम बताये। विज्ञान प्रायोगिक प्रतियोगिता “फ्रैक्टल्स” में राष्ट्रीय और राज्य स्तर की 11 टीमों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रतियोगिता में बच्चों ने भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के सिद्धांतों पर आधारित प्रयोग किये। इन प्रयोगों से प्राप्त निष्कर्षों के माध्यम से उन्होंने विभिन्न प्रश्नों को हल किया। इस प्रक्रिया से उनकी बौद्धिक क्षमता, तार्किक सोच, दूरदर्शिता और कल्पना की शक्ति का मूल्यांकन किया गया।
प्लूरिलॉग्स- अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता में दो प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया। आशु भाषण और वाद-विवाद। आशु भाषण प्रतियोगिता में छात्रों को तात्कालिक विषय दिये गये जिस पर उन्हेंने अपनी सोच और तार्किक अभिव्यक्ति का प्रदर्शन किया।
यह प्रतियोगिता छात्रों की त्वरित विचार शक्ति और आत्मविश्वास को परखने का एक उत्कृष्ट अवसर रही। वहीं अंग्रेजी के आशुभाषण प्रतियोगिता में बच्चों को पूर्व निर्धारित विषय दिए गए थे। प्रतिभागियों ने विषय के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किये जिससे उनकी तर्क शक्ति, भाषा पर पकड़ और विषय की गहन समझ उजागर हुई।
प्रतियोगिता ने न केवल छात्रों के बौद्धिक कौशल को बढ़ाया, बल्कि उन्हें विचारों की विविधता के प्रति संवेदनशील बनाते हुए स्वस्थ संवाद का महत्त्व भी सिखाया। वहीं “विजुअल आर्ट इंस्टॉलेशन प्रतियोगिता सर्क” के अंतर्गत छात्रों ने 40 मीटर लंबे सफेद कपड़ों पर भारत के 12 प्रतिष्ठित गजलकारों की कलात्मक झलकियां प्रस्तुत कीं।
इस रचनात्मक प्रयास में मिर्ज़ा ग़ालिब, फैज़ अहमद फैज़, साहिर लुधियानवी, रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे प्रसिद्ध शायरों के चित्रों के साथ उनकी ग़ज़लों की पंक्तियाँ उकेरी गईं। छात्रों के इस अनूठे कला-संयोजन ने न केवल इन महान शायरों को श्रद्धांजलि दी, बल्कि कला और साहित्य के संगम को भी अभिव्यक्त किया जिससे दर्शक भाव-विभोर हो उठे।
वैज्ञानिक और मानद वैज्ञानिक सलाहकार बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी डॉ. सोमनाथ गराई और उत्कृष्टतम छायाकार विनय त्रिपाठी ने पुरस्कार प्रदान-कर छात्र-छात्राओं को बधाई दी। साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुये कहा कि सफलता एवं पुरस्कार न केवल हमारा हौसला बढ़ाते हैं, बल्कि भविष्य में कुछ बड़ा करने की प्रेरणा देते हैं। मेहनत के बल पर जीवन में कुछ भी उपब्धियां हासिल की जा सकती है।
विद्यालय की निदेशिका श्वेता कानूडिया ने कहा कि “अंतर्विद्यालयी त्रिकोणीय शैक्षिक अधिसंज्ञान प्रतिस्पर्धा शून्य 5.0 ने छात्रों की बौद्धिक क्षमता, रचनात्मकता और संवाद कौशल को निखारने का अवसर प्रदान किया। इस आयोजन ने न केवल ज्ञानवर्धन किया, बल्कि विद्यार्थियों में सहयोग, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, त्वरित सोच को भी प्रोत्साहित किया।”
विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने अतिथियों और विद्यार्थियों को धन्यवाद देते हुये कहा कि इस प्रकार के शिक्षण सह-गामी क्रियाएं विद्यार्थियों के उत्थान में महती भूमिका निभाती है जिससे विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास होता है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधन सदस्य सुभाष तुलस्यान, अभिषेक तुलस्यान, स्टूडेंट वेलफेयर हेड श्रीराम घले, डॉ. गुंजन सिंह, हेडमिस्ट्रेस वसुंधरा ऋषि सहित समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।