बीबी सिंह
मंगरौरा, प्रतापगढ़। धनतेरस का पावन पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को बड़े हर्षोल्लासपूर्वक मनाया जाता। इस पर्व को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरि समुद्र मंथन के दौरान हाथों में सोने के कलश के साथ प्रकट हुए थे जिनको आरोग्य का देवता कहा जाता है। लोग अपने को निरोग रखने के लिए भगवान धनवंतरि की पूजा करते हैं।
इस पावन पर्व पर सोना चांदी से बनी हुई नई वस्तुओं, माता लक्ष्मी और गणेश भगवान की प्रतिमा को खरीदने के लिए ग्राहकों की भीड़ जमा रही। इस दिन नई चीजें खरीदना बेहद शुभ माना जाता है जो अक्षय फल प्रदान करने वाली होती है। विधि—विधानपूर्वक लोगों ने माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और गणेश भगवान की पूजा अर्चना किए इस दिन माता लक्ष्मी, धनवंतरि और भगवान कुबेर की पूजा करने से जीवन में सुख—समृद्धि आती है। जीवन हमेशा खुशहाल रहता है। धनतेरस के पावन पर्व पर बाजारें गुलजार रहीं। ग्राहकों की भीड़ देखकर दुकानदारों के खिले चेहरे। बर्तन की दुकानों पर ग्राहकों की रही खासी भीड़। आकर्षक ढंग से सजीं दुकानें लोगों के लिये आकर्षण का केंद्र रहीं।