देवी प्रसाद शर्मा आजमगढ़। दिल्ली से सफर करके आजमगढ़ पहुँचे यात्री का बैग व बोरी ट्रेन में ही छूट गया। लावारिस हालत में पड़ा व बोरी जीआरपी पुलिस ने अपने सुरक्षा में लेकर बैग पर लिखें मोबाइल नंबर से सूचित कर के बैग मालिक का पता कर बुलाया और यह पुष्टि करके अमुख बैग उनका ही है, उन्हें सुपुर्द कर दिया।
जीआरपी पुलिस के इस कृत्य की काफी सराहना हो रही है कि आज भी पुलिस अपने कर्तब्य का ईमानदारी से पालन कर रही है। दिल्ली से कैफियात एक्सप्रेस पर सवार होकर अपने सामानों को ट्रेन में रखकर आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुँचे।
ट्रेन से सभी सामान उतारने के बाद जल्द घर पहुंचने की जल्दबाजी में महिला यात्री अपना बैग व बोरी में रखा बर्तन छोड़कर भूलबस चले गये। जीआरपी व आरपीएफ की संयुक्त टीम डाला छठ के मद्देनजर आने जाने वाले यात्रियों की निगरानी कर रही थी कि इसी दौरान उन्हे कैफियात एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में एक बैग व बोरी लावारिश हालत में मिली।
बैग पर लिखे फोन नंबर से पुलिस ने सम्पर्क साधा तो सविता भारती ने फोन रिसीब किया। महिला से सामान के बारे में जानकारी देते हुए जीआरपी थाना आजमगढ़ बुलवाया गया।
जीआरपी थानाध्यक्ष बीबी राजभर ने महिला से बैग में रखे सामान व बोरी के अंदर रखे सामानों का विवरण पूछा। महिला ने सही बताया जिससे उसी का बैग व बोरी छुट जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद उस महिला को सुपुर्द कर दिया गया।
ट्रेन में छूटा हुआ अपना सामान पाकर महिला को काफी खुशी हुई जो जीआरपी पुलिस की प्रसंशा किया। महिला यात्री मऊ जनपद के दोहरीघाट थाना क्षेत्र के चक भगवान दास की रहने वाली बताई गई। उसके बैग में उसके कीमती आभूषण व बोरी में बर्तन रखा था जिसको पाकर वह राहत की सांस ली।