-
मृत्यु महिला के परिजनों ने लगाया आरोप
-
डॉक्टरों की लापरवाही से गयी गर्भवती की जान
उग्रसेन सिंह
गाजीपुर। बीति रात्रि में लगभग 11:30 बजे प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गयी जिसके बाद परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार देवकली ब्लॉक क्षेत्र के ठेहुना गांव निवासी रामप्यारी देवी पत्नी वीरेंद्र बिंद (25 वर्ष) की रहने वाली है जो गर्भवती होने के दौरान मायके संकरा में विगत एक वर्ष से रह रही थी।
इसी दौरान पिछले दिनों तबीयत खराब होने के कारण गाजीपुर शहर में स्थित अमन हॉस्पिटल में भर्ती करवाने के लिए मरीज को लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टर नहीं होने के कारण बगल में स्थित चंद्रशेखर नगर कॉलोनी के शिव सर्जिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां देर रात इलाज के दौरान ही जच्चा बच्चा की मौत हो गई।
वहीं परिजनों ने डॉक्टर के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुय अस्पताल संचालक के खिलाफ सुबह होते ही डेड बॉडी को अस्पताल के सामने रखकर धरना प्रदर्शन करने लगे और पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई करने के लिए मांग पर अड़ गए वहीं पुलिस प्रशासन ने लगातार परिजनों को समझाने-बुझाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन परिजन द्वारा मृत्यु महिला की डेड बॉडी पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को नहीं दे रहे थे।
पुलिस प्रशासन द्वारा परिजनों को काफी समझाने बुझाने के बाद तब जाकर मृत्यु महिला की डेड बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया जबकि अस्पताल संचालक से बात किया गया तो वहीं डॉक्टर एके राय ने बताया कि मरीज की कंडीशन ठीक नहीं होने के कारण इनका बनारस रेफर कर दिया गया था जिसके कारण जच्चा बच्चा की मौत हो गई है।
फिर इस मामले की जानकारी कोतवाल दीनदयाल पांडेय से लिया गया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर पूछताछ के लिए ले जाया गया। वहीं इस मामले में पत्रकारों ने जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील पांडेय से इस मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है और मैं इस मामले में जांच कराकर आगे की कार्रवाई करेंगे।