हरिओम सिंह
हैदरगंज, अयोध्या। शासन के स्पष्ट निर्देश के बावजूद सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही। आने वाले मरीजों को बाहर से दवा लिखी जा रही है। डॉक्टरों की मनमानी से मरीजों को परेशानी हो रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगंज (रमवा कला) में मौजूद डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवाई लिखना मरीजों को भारी पड़ रहा है जबकि लगातार बदलते मौसम कारण मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।
सरकारी अस्पतालों में रुपए खर्च कर पाने में असमर्थ लोग ही आते हैं जिन्हें सरकारी दवाई न देकर अधिक कमीशन की महंगी दवाई लिखी जाती है। डॉक्टर इन दवाओं को लिखने के लिए सरकारी पर्चे के पीछे दवा लिख देते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण दिए गए पर्चे के पीछे लिखी गयी दवा है।
उनके पर्चे पर दवा, जांच आदि बाहर के लिखे जा रहे हैं। इसमें कमीशन आधारित सेटिंग की दवाएं होती हैं। इसी तरह के पैथोलॉजी एवं अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्स-रे, सिटी स्कैन सेंटर भी सेट रहते हैं। इन सेंटरों पर अस्पताल के मरीजों को जांच के लिए भेजा रहा है जहां महंगे दर पर मरीजों की जांच की जा रही है। मुनाफे में से मरीज माफिया जिम्मेदारों को अच्छा खासा चढ़ावा दे रहे हैं। इस तरह के कुछ मामले हाल में पकड़ में आए हैं।