रूपा गोयल
बांदा। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद बांदा की महिला पदाधिकारियों की बैठक जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी की अध्यक्षता में टीचर्स सोसाइटी में सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद में कार्यरत शिक्षिकाओं की विभिन्न समस्याओं, समाधान पर विचार विमर्श किया गया तथा आगामी रणनीति तय की गई। महिला पदाधिकारियों ने बताया कि अनेक ग्राम पंचायतों में प्रधान महिला है किंतु विद्यालयों में अनावश्यक हस्तक्षेप उनके पुरुष प्रतिनिधि या पति का होता है जबकि प्रधानाध्यापक महिला होती है। नारी सशसक्तिकरण के इस दौर में महिला प्रधानाध्यापक और महिला ग्राम प्रधान मिलकर बेहतर कार्य कर सकती है किंतु प्रधान पति या पुरुष प्रतिनिधि के हस्तक्षेप के चलते अनेक जगह विवाद की स्थितियां जन्म ले रही है।
जिला मंत्री प्रजीत सिंह ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि इस हेतु यदि आवश्यक हुआ तो शीघ्र जिलाधिकारी महोदय से मिलकर शिक्षिकाओं की समस्या पर चर्चा की जाएगी। महिला पदाधिकारियों ने मध्यान्ह भोजन से संबंधित समस्याओं पर भी चर्चा की। इसके अलावा कंपोजिट धनराशि, प्रशिक्षण धनराशि, मेडिकल, सीसीएल और अन्य अवकाश कतिपय ब्लॉक में ब्लॉक स्तर पर ससमय फॉरवर्ड तथा स्वीकृत नहीं किए जा रहे है तथा जनपद के अनेक विद्यालयों में कोटेदारों द्वारा खाद्यान्न विद्यालय स्तर तक नहीं पहुंचाया जा रहा है जिससे शिक्षकों को दिक्कत हो रही है।
कोषाध्यक्ष रामसुफल कश्यप ने इस मामले को भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। संयुक्त मंत्री जय किशोर दीक्षित द्वारा सोसाइटी की कार्यप्रणाली तथा उत्तरोत्तर प्रगति से अवगत कराया गया। संगठन की बेहतर कार्यप्रणाली तथा ब्लॉक स्तर पर पदाधिकारियों तथा शिक्षिकाओं से बेहतर सामंजस्य के लिए ब्लॉक प्रभारी बनाई गई जिसमें ब्लॉक बड़ोखर खुर्द से डॉ. नंदिता चौहान, महुआ से सुनीता प्रजापति बिसंडा से हिमानी गुप्ता, नरैनी से रुचि खरे, बबेरू से रंजना यादव, तिंदवारी से निकहत रसीद, जसपुरा से रंजना द्विवेदी, नगर क्षेत्र से फरीहा साद को ब्लॉक प्रभारी का दायित्व प्रदान किया गया है। सभी महिला पदाधिकारियों ने महिलाओं के सम्मान और समस्याओं के लिए लड़ाई लड़ने की शपथ ली। साथ ही जनपद की शिक्षण व्यवस्था को और बेहतर करने का प्रयास जारी रखने का भी संकल्प लिया। बैठक में सभी ब्लाक की महिला पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।