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एडीओ ने ब्लाक सभागार में किसानों को दी जानकारी
राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। किसानों की आय दोगुनी करने और कम जोत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए आधुनिक और वैज्ञानिक खेती अपनाने की आवश्यकता है। वैज्ञानिक खेती के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इससे न केवल उत्पादन बढ़ता है, बल्कि खेती की लागत में भी कमी आती है जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है।
यह बात शनिवार को विकास खण्ड शाहगंज सोंधी के सभागार में आयोजित कृषि उत्पादकता रबी गोष्ठी में एडीओ एजी धर्मेंद्र सरोज ने कहा। इसके उपरांत एडीओ आईएसबी संजय श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों को मृदा परीक्षण कराना चाहिये। जैविक खाद, गोबर खाद और हरी खाद का उपयोग करना चाहिये। साथ ही उन्नत बीज, आधुनिक सिंचाई और खरपतवार प्रबंधन को अपनाना चाहिए।
गोष्ठी में कृषि विशेषज्ञ उप परियोजना निदेशक डॉ. रमेश चंद्र यादव और डा. तेजबल सिंह ने किसानों, कृषि आजीविका सखी और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को खेती के आधुनिक तरीकों के बारे में जानकारी दिया और किसानों को लाइन में बुआई, पराली प्रबंधन, कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ के बारे में विस्तार से बताया।
डा. रमेश यादव ने कहा कि एक टन पराली जलाने से 60 किलोग्राम कार्बन मोनो ऑक्साइड, 1460 किलोग्राम कार्बन डाई ऑक्साइड, 2 किलोग्राम सल्फर डाई ऑक्साइड और 200 किलोग्राम राख निकलती है जिससे वायु प्रदूषण फैलता है, इसलिए पराली न जलायें, बल्कि उसे गौशाला में दान कर दे।
इस अवसर पर एडीओ एसटी राकेश बहादुर सिंह, ब्लॉक मिशन प्रबंधक संदीप द्विवेदी, सुरेश यादव, मोहम्मद शमशाद, अश्विनी कुमार, गयासुद्दीन सहित बड़ी संख्या में किसान और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप यादव ने किया।