डा. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। कृषि विभाग द्वारा शुक्रवार को कृषि सूचना तन्त्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम, आत्मा योजनान्तर्गत ब्लाक सभागार में रबी उत्पादकता गोष्ठी आयोजित कर रबी फसलों की उन्नति तकनीक, पराली प्रबंधन, जैविक खेती, कृषि विविधीकरण एवं प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, गो आधारित जीरो बजट की खेती से किसानों को प्रशिक्षित किया गया।
मुख्य अतिथि डा. राकेश तिवारी ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार किसानों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में हर किसान को आर्धिक मदद कर रही है। कृषि यंत्रों, बीजों सहित अन्य कृषि निवेशों पर अनुदान देकर सहयोग कर रही है। उन्होंने किसानों से वैज्ञानिक आधार पर लाभकारी खेती करने का सुझाव देते हुये कहा कि मृदा की सेहत सुधारकर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों की सहायता कर रही है।
उप परियोजना निदेशक आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने बताया कि पूर्ण रूप से प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग से की जाने वाली खेती को प्राकृतिक खेती कहते हैं। इसका प्रयोग कर कम लागत में गुणवत्ता युक्त उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने पराली प्रबंधन, गौ आधारित प्राकृतिक खेती से अधिक लाभ के लिए शून्य बजट की खेती, एकीकृत नाशी जीव प्रबंधन द्वारा फसलों की सुरक्षा की जानकारी दिया।
एसएमएस डा. तेजबल सिंह ने मृदा प्रबंधन, जल प्रबंधन तथा मृदा की जांच कर संतुलित खेती करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एडीओ आइएसबी ब्रम्हानन्द यादव एवं संचालन एडीओ एजी मिथिलेश सिंह ने किया। इस अवसर पर वीर विक्रम सिंह, श्रीप्रकाश उपाध्याय, राजेश शुक्ल, राम जनक पांडेय, देवी प्रसाद, शिव पूजन मौर्य, ओम प्रकाश सहित तमाम किसान मौजूद रहे।