संदीप सिंह
प्रतापगढ़। जनपद के मान्धाता विकास खण्ड क्षेत्र के मान्धाता राजकीय बीज भण्डार की दुकान के छत पूरी तरह से जर्जर है तथा प्लास्टर भी पूरी तरह से गिर चुका है। अन्दर लगी छत में सारिया भी दिखाई दे रही है जिसमें जंग भी लगा चुका है। वहीं बारिश में पानी भी पसीजता रहता है। इस तरह से चलता रहा तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इसी छत के नीचे दुकान के कर्मचारी बैठकर बीजो की बिक्री करते हैं जिससे वरिष्ठ प्रावधिक सहायक सूर्य प्रकाश पाण्डेय प्राविधिक सहायक अनिल कुशवाह तथा बीटीएम अमरेश चौधरी आदि रबी सीजन की बीज गेहूं, चना, मटर, सरसो आदि की बिक्री कर रहे हैं। इसमें पूरे दिन क्षेत्र के किसानों का आना—जाना भी लगा रहता है। इस बीज भण्डार पर शौचालय की भी व्यवस्था नहीं यहां कर्मचारी जरूरत पड़ने पर 2—3 सौ मीटर दूर खुले खेत में जाना पड़ता है।
इस बीज भण्डार दुकान के एक ही कमरे में कर्मचारियों बैठते हैं तथा उसी में बीज भी रखे जाते हैं। उसी कमरे मे गोदाम की टूटी फूटी कुर्सियां, दरवाजा आदि कबाड़ भी रखा हुआ है जिसकी नीलामी होने के बाद ही इसे हटाया जा सकता है। वरिष्ठ प्रावधिक सहायक सूर्य प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि इस जर्जर भवन की शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों से की गई है।