रविन्द्र कुमार
उरई, जालौन। जिलाधिकारी राजेश पाण्डेय ने शहर के माहिल तालाब और रामकुण्ड में चल रहे सौंदर्यीकरण कार्यों का गंभीरता से निरीक्षण किया।
इस दौरान दोनों स्थलों पर किए जा रहे कार्यों में कई खामियां पाई गईं जिसके बाद जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए और कार्यों में लापरवाही बरतने वाले इंजीनियर व ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई हेतु प्रभारी नगर निकाय अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व नगर मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया।
माहिल तालाब के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि यहां पर चल रहे कार्य मानकों के अनुरूप नहीं थे। बिछाई जा रही इंटरलॉकिंग की गुणवत्ता खराब थी और पीसीसी (पॉर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट) का प्रयोग नहीं किया गया था। इसके अलावा कार्य को ससमय गुणवत्तापूर्ण नहीं किया गया।
जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण कर कार्यों को गुणवत्ता के अनुसार व एस्टीमेट में लिए गए कार्यों को कराएं। उपजिलाधिकारी न्यायिक अतुल कुमार को कार्य की निगरानी के लिए तैनात किया गया और दो दिनों के भीतर लाइट की स्थिति ठीक करने तथा सफाई कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये।
रामकुण्ड का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने पाया कि तालाब की सफाई अभी तक पूरी नहीं हो पाई थी और बाउंड्री पर लगाए गए ग्रिल व गेट भी मानक के अनुसार नहीं थे। इस पर उन्होंने अधिशासी अभियंता को जांच करने के निर्देश देते हुये चेतावनी दिया कि कार्य में देरी और गुणवत्ता की कमी को गंभीरता से लिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारियों तथा ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट अजीत जायसवाल, अधिशाषी अधिकारी राम अचल कुरील सहित सम्बंधित अधिकारी व कार्यदायी संस्था मौजूद रहे।
करोड़ों रूपये की लागत से हो रहा रामकुण्ड में माहिल तालाब में सौंदर्यीकरण का कार्य
उरई, जालौन। नगर पालिका द्वारा माहिल तालाब व रामकुंड में करोड़ों की लागत से सऊदी कारण का कार्य जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी राजेश पांडेय ने निरीक्षण किया और खामियां पायीं। डीएम ने फटकार लगाते हुए कहा कि पूरी मॉर्निंग ट्रेनिंग प्रतिदिन मुझे दी जाय।
मानकविहीन कर पर भड़के डीएम, अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर होगी कार्यवाही
उरई, जालौन। जिलाधिकारी राजेश पांडेय ने करोड़ों रुपए की लागत से हो रहे कर में मानक नहीं होता देख उनका पारा हाई हो गया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर कार्यवाही होगी।