आपके जीवन को चलाने वाला अर्धजाग्रत मन: सतगुर प्रसाद

अब्दुल शाहिद
बहराइच। अर्धजाग्रत मन हमारा ‘जीनी’ है। अर्धजागृत मन विचारों को हकीकत में लाने से पहले एक चौकीदार के रूप में एक छननी के रूप में कार्य करता है कि किन विचारों को वास्तविक रूप देना है और किन विचारों को नहीं। दरअसल इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि अर्धजागृत मन नकारात्मक सूचनाओं को जल्दी हकीकत में बदल देता है तो हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि नकारात्मक सूचनाएं अर्धजाग्रत मन तक पहुंचे ही ना। अर्धजागृत मन, जागृत मन को संदेश भेजता है वह संदेश निम्न रूप में है- अंतर्ज्ञान, स्वप्न, ज्ञान की रोशनी और आवेगों के रूप में। कई बार किसी प्रश्न का उत्तर नहीं मिलता है लेकिन जब शांति से बैठे होते हैं तभी अचानक मन में विचार आता है और उसका उत्तर मिल जाता है। इसे ‘ज्ञान की रोशनी’ कहते हैं। प्रतिदिन जैसा जीवन जीते हैं। वैसा ही जी रहे हो और एक दिन अचानक ही सुबह कुछ नया करने की इच्छा हो तो उसे ‘अंतर्ज्ञान’ कहते हैं। जब निरंतर एक ही विचार बार-बार आए और जब तक हम उसे विचार के अनुरूप कार्य न करें तब तक वह विचार मन में आकर हमें परेशान करें उसे ‘आवेग’ कहते हैं। आपके द्वारा निर्धारण किये गए लक्ष्य का आपके दिमाग में कई बार उसकी छवि दिखाई दे तो उसे ‘स्वप्न’ कहते हैं।
जाग्रत मन और अर्धजाग्रत मन के बीच निरंतर संदेशों का आदान-प्रदान चलता रहता है जो एक दूसरे के साथ सहयोग से काम करने के लिए आवश्यक है। अर्धजाग्रत केवल ‘चित्रों की भाषा’ समझता है, इसलिए अर्धजाग्रत को चित्र द्वारा ही अपना संदेश भेजा जा सकता है अर्थात मनोचित्रण द्वारा ही हम अर्धजाग्रत को सूचना दे सकते हैं। चित्रों द्वारा भेजी गई सूचना के माध्यम से अर्धजाग्रत मन की प्रोग्रामिंग कर सकते हैं। अर्धजाग्रत मन चित्रों के अलावा दूसरी भी भाषा समझता है, इसलिए अर्धजाग्रत मन उसे अलग-अलग रीति से संदेश भेजता है लेकिन जब जाग्रत मन संदेश प्राप्त कर रहा होता है, उसे समय उसका सुषुप्त या निष्क्रिय होना ज़रूरी है, इसलिए उद्दीपकों का प्रयोग बहुत आवश्यक है। यदि अर्थ जागृत मन के पास से हमें मदद लेनी हो तो उसकी यह भाषा समझने का ज्ञान प्राप्त करना ही पड़ेगा।
‘डॉ0 फ्रेडरिक बेंटिंग’ ने ‘इंसुलिन’ की खोज की। उसमें अर्धजाग्रत मन ने उन्हें सपने में आकर संदेश दिया था। यानी डॉ0 डॉ0 फ्रेडरिक बेंटिंग ने इंसुलिन की खोज में अर्धजाग्रत मन का प्रयोग करके किया था। ठीक ऐसे ही ‘बेंजीन’ की भी खोज हुई थी। ‘माइकल फैराडे’ एक बस में यात्रा के दौरान इनके दिमाग में अचानक से कौंधा था कि एक सांप है जो अपने आपको ही छह जगहों पर काट रहा है। यह सूचना अर्धजाग्रत मन दे रहा था जिससे इन्हें ‘बेन्ज़ीन’ की खोज करने में आसानी हुई। जाग्रत मन के सहारे ही हुई थी। यहाँ तक कि दुनिया भर में जितनी भी खोजें हुई हैं, खोजकर्ता ने भरपूर तरीके से अर्धजाग्रत मन का प्रयोग किया है, वरना यह कैसे संभव है कि एक लकड़ी के टुकड़े से कैंसर की बीमारी ठीक हो सकती है। इसका जिक्र ‘जोसेफ़ मर्फी’ ने अपनी पुस्तक ‘द पावर ऑफ़ सबकॉन्शियस माइंड’ में किया है।
अर्धजाग्रत मन की प्रोग्रामिंग को लेकर प्रश्न उठाए जाते हैं कि क्या अर्धजाग्रत मन की प्रोग्रामिंग कभी निष्फल हो सकती है? जी हां। कुछ परिस्थितियों में और कुछ गलतियों की वजह से अर्धजाग्रत मन की प्रोग्रामिंग निष्फल हो सकती है। यानी हमने जैसा सोचा होगा वैसा प्रणाम नहीं दे पाता है, उसके बहुत से कारण है। जैसे- अर्धजाग्रत मन की शक्ति पर विश्वास न रखे तो परिणाम नहीं मिलता है हमें और जाग्रत मन को सकारात्मक दे लेकिन वाणी में नकारात्मक सूचना हो तो भी निश्चित परिणाम नहीं मिलतें है। ध्येय निश्चित करने के बाद तुरंत ही उसके लिए बहुत अधिक प्रयत्न करना शुरू कर दें तो भी वह फेल हो सकता है, क्योंकि इस अवस्था में और अर्धजाग्रत मन को न कोई मौका ही दिया जाता है और न ही समय दिया जाता है। अर्धजाग्रत मन को समय दिया जाए तो वह आपके ध्येय को सफल करने के लिए अवसर खड़े करता है लेकिन समय दिए बिना वह तुरंत ध्येय प्राप्त करने के लिए काम पर लग जाय तो इच्छित परिणाम नहीं मिल पाते हैं। अर्धजाग्रत मन को ध्येय सौंपने के बाद उसके विषय में निर्देशन देने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उसे तो सब कुछ मालूम है। यदि हम उसे बार-बार बताते रहे तो उसे अपमानित होने का एहसास होता है और उसे लगता है कि हमें उस पर विश्वास नहीं है। नकारात्मक भावनाओं का प्रवाह यदि हम ना रोक सके तो भी इच्छित परिणाम नहीं मिलते, क्योंकि नकारात्मक भावना ही की तीव्रता मस्तिष्क में ‘बिजली का तूफान’ उत्पन्न करती है और यह तूफान अर्धजाग्रत मन को हमने मनोचित्रण द्वारा जी अच्छी प्रतिमा दी है, उसे नष्ट कर देगा। इसकी वजह से और अर्धजाग्रत उसकी समर्थ शक्ति में रखा हुआ चित्र जिसे बार-बार देखकर वह ‘आयोजन करता है, वह ठीक से नहीं हो पाता है। अर्धजाग्रत मन का प्रयोग दुनिया भर के लोगों ने खूब किया है और इच्छित परिणाम प्राप्त किया है।

ADVT 2024 Gahna Kothi Jaunpur

ADVT 2024 Rambali Seth Abhushan Bhandar Jaunpur

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here