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राहुल गांधी, शरद पवार, ममता बनर्जी सहित 10 पार्टियों के 18 नेता होंगे शामिल
नीरज कुमार
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समरोह को भव्य बनाने के लिए तैयारीयां पूरी कर ली गई है। रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आज शाम 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में गठबंधन की एकजुटता को प्रदर्शित करने के साथ समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की गई है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि समारोह में हेमंत सोरेन बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ अकेले लेंगे। यह भी कहा जा रहा है समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा कांग्रेस और आरजेडी से एक एक विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते है।
शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़े नेता होंगे शामिल
शपथ ग्रहण समारोह में इंडी गठबंधन के करीब 18 बड़े राष्ट्रीय नेताओं को आमंत्रित किया गया है। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनसीपी (एससी) प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मेघालय के सीएम कोनराड संगमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल होने की संभावना हैं।
इसके अलावा तेजस्वी यादव, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली अरविंद केजरीवाल, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, तेलंगाना मुख्यमंत्री रेवंच रेड्डी के अलावा मनीष सिसोदिया, डीके शिवा कुमार, उदय स्टालिन, महबूबा मुफ्ती, कपिल सिब्बल, दीपांकर भट्टाचार्य, नवीन पटनायक भी शामिल होने की उम्मीद हैं।
हेमंत सोरेन के अकेले शपथ लेने के पीछे की वजहें
समारोह में हेमंत सोरेन के अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना इसलिए है, क्योंकि गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच कैबिनेट गठन को लेकर चर्चा अभी पूरी नहीं हुई है। गठबंधन सहयोगियों को संतुष्ट करना एक बड़ी चुनौती है। कैबिनेट में कौन कौन से विधायक शामिल होंगे, इसका फैसला बाद में किया जाएगा।
गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला अभी तय नहीं हुआ है। विशेष रूप से भाकपा माले के विधायक का कैबिनेट में शामिल होंगे या नहीं एक सप्ताह बाद ही स्पष्ट हो पायेगा। वहीं अभी तक कांग्रेस औफ आरजेडी की ओर से भी फाइनल लिस्ट नहीं मिला पाया है।
झारखंड में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं, ऐसे में संतुलन बनाना जरूरी है। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन की जेएमएम की अगुवाई वाले गठबंधन को 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटों पर जीत मिली। दूसरी तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA ने 24 सीटों पर जीत दर्ज की है।