शरद अवस्थी
डीह, रायबरेली। नहरों की सफाई के नाम पर हर साल लाखों रुपए बहाए जाते हैं लेकिन सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति कर दिया जाता है जहां सरकार किसानों को हर हाल में हेड से टेल तक पानी पहुंचाने के लिए सिंचाई विभाग को दिशा निर्देश देती है। वहीं नहर विभाग के अधिकारी योगी सरकार की छवि को खराब करने का काम कर रहे हैं और केवल कमीशनबाजी के चक्कर में चहेते ठेकेदारों को बिना टेंडर के काम दे दिया जाता है।
सके चलते नहरो की सफाई के नाम पर घास की छिलाई कर कार्य को पूर्ण दिखा दिया जाता। डीह क्षेत्र से निकलने वाली लगभग सभी नहरों का यही हाल है। केवल सफाई के नाम पर सरकारी धन का बदर बाट किया जा रहा है। जब मामला सुर्खियों में आ जाता है तो जिम्मेदारों के द्वारा कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति कर अपनी मूक सहमति दे दी जाती है।