उग्रसेन सिंह
जखनिय, गाजीपुर। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत मंझनपुर कला गांव में पिछले तीन-चार दिनों से चकरोड का कार्य जेसीबी द्वारा कराया जा रहा है जो प्रदीप के खेत से धीरे जोत सरहद तक मिट्टी का कार्य है। इसकी आईडी जेनरेट होकर 128304 का अग्रिम भुगतान भी हो चुका है।
गांव के हरेंद्र कुमार ने लोकपाल सहित समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देते हुए जांच कराने की मांग किया। उनका करना है कि भुगतान हुए मस्ट रोल में सभी श्रमिकों का नाम फर्जी है। मनरेगा एक्ट के अनुसार किसी भी कार्य में मशीनरी यंत्र का प्रयोग करना अपराध की श्रेणी में आता है जबकि इस गांव में सभी कार्य मशीनों द्वारा करते हुए भुगतान कराया जा रहा है।
शासन—प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। गांव में विकास कार्य करने के लिए त्रिस्तरीय समिति का गठन 4 अगस्त 2023 को किया गया जिसके अध्यक्ष अमित सिंह बनाए गए लेकिन कार्य गांव का ही संघ परिवार कर रहा है। इस बारे में सचिव अजीत यादव से पूछने पर कहा कि जिस चकरोड का कार्य कराया जा रहा है।
उसे 4 नवंबर को ही कार्य समाप्त दिखाया गया है। वह पूर्ण हो चुका है। इस समय गांव में कोई कार्य नहीं चल रहा है। अब सोचने वाली बात यह है कि अगर चकरोड का कार्य पहले ही हो चुका है तो इस चकरोड पर दोबारा कार्य कैसे चल रहा है। इस बारे में अध्यक्ष के प्रतिनिधि से पूछने पर उन्होंने कहा कि वह कार्य तो बहुत पहले हो चुका है। अब गांव वाले अगर चकरोड पर मिट्टी डाल रहे हैं तो उन्हें कौन रोकेगा?