गुरदीप सिंह
कंचौसी, औरैया। अभिषेक निवासी दिबियापुर जो की इनवर्टिज यूनिवर्सिटी बरेली में रहता था वहीं पर पढ़ाई लिखाई कर रहा था। परवारीजनों का कहना है यह आत्महत्या नहीं है हत्या की गई है हत्या की साजिश है, हत्या की गई है मां और बहन का आरोप है कि हमारे बेटे अभिषेक को मार कर लटका दिया गया।
फांसी पर लटकने वाले व्यक्ति के पैर जमीन पर टिके हुए फिर कैसे हो सकती है मौत हमारे बेटे को मार कर फंदे पर लटका दिया है फांसी पर लटकने वाले व्यक्ति के गले में गहरे चोट के निशान है जब कि फांसी के फंदे पर लटका हुआ व्यक्ति मरने से पहले तड़पता है कि शायद कोई सहारा मिल जाए इसमें तो मरने वाले के पैर जमीन पर मुड़े हुए हैं।
यदि चाहता तो बच सकता था क्योंकि मरने वाले व्यक्ति के पैर जमीन पर टिके हुए थे यह आत्महत्या नहीं बल्कि बहुत बड़ी साजिश है यदि अगर दोबारा कार्रवाई हो और सीबीआई जांच हो तो हकीकत और सत्य निकाल कर आ ही जाएगी। फांसी पर लटकते हुए जमीन पर टिके हुए पैर यह साफ बयां कर रहे हैं कि आत्महत्या नहीं हत्या है यह हत्या है। पीड़ित मां और बहन का कहना है कि दोबारा से जांच हो।