आशीष पचौरी
फिरोजाबाद। कृषि विज्ञान केंद्र पर कृषि वैज्ञानिकों ने कलम बंद सांकेतिक हड़ताल की। कृषि वैज्ञानिकों ने अपनी मांगों को लेकर सुबह से काम बंद रखा और धरने पर बैठे रहे।
इसके साथ ही कार्यालय पर कलम बंद हड़ताल के साथ नारेबाजी कर सरकार से जल्द से जल्द मांगे पूरी करने की बात कही। वही मांगे पूरी न होने पर आगे फिर धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी। फिरोजाबाद के हजरत पुर पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ ओंकार सिंह ने मीडिया से जानकारी देते हुए कहा कि देश में सन 1974 से किसानों के बीच जमीनी स्तर पर नई तकनीकी के साथ हम कार्य कर रहे हैं।
यह दुनिया की सबसे बड़ी कृषि विस्तार प्रणाली है जो किसानों को सीधा विज्ञान से जोड़ती है। जनपद के कृषि विज्ञान केंद्र राज्य कृषि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम कर रहे हैं तथा कृषि विश्वविद्यालय के द्वारा ही वैज्ञानिकों को नियुक्त किया जाता है।
विश्वविद्यालय एक्ट के अनुसार चयन प्रक्रिया शैक्षिक शोध एवं प्रचार में एक समान लागू होती है और तीनों क्षेत्र एक बराबर समान रूप से माने जाते हैं इसलिए वैज्ञानिकों को यूजीसी व्यवस्था के अनुसार शैक्षणिक एजीपी 7000, 8000, 9000 एवं 10000 दिया गया है। सेवानिवृत आयु 62 वर्ष का प्रावधान नियुक्ति के समय दिया गया था जो अब 60 वर्ष कर दिया गया है। इन्ही मांगों को लेकर के आज कृषि विज्ञान केंद्र पर सभी वैज्ञानिक एकत्रित होकर कलम बंद हड़ताल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि निदेशक सुनीता शर्मा के द्वारा निराशा पैदा करने वाला पत्र जारी किया गया है जिसके तहत वैज्ञानिकों को गैर शैक्षणिक माना गया है.वैज्ञानिकों की सेवा निवृत्ति की उम्र भी घटा दी गई है जो 62 वर्ष से 60 वर्ष कर दी गई है। इसके साथ ही केवीके के वैज्ञानिकों को समस्त लाभ और ग्रेच्युटी मेडिकल भत्ता बोनस आदि से वंचित कर दिया गया है।
इन सभी मांगों को लेकर के वैज्ञानिक यहां एकत्रित होकर के धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की पुरानी पेंशन को नई पेंशन स्कीम में शामिल किया गया है जिसे वैज्ञानिक पूरी तरह पेंशन विहीन हो गए हैं। इसको लेकर के सभी वैज्ञानिकों ने यहां कलम बंद हड़ताल की है।
अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम फिर से देशव्यापी कलमबंद हड़ताल करने को मजबूर होंगे। इस धरना प्रदर्शन के दौरान केंद्र प्रभारी के साथ डॉ. सुभाष चंद्र शर्मा, डॉ. नौशाद आलम, पूर्व केन्द्र प्रभारी आशा यादव एवं कर्मचारी रमेश चंद कुशवाह, सुरेश, बजरंगी, गंगा सिंह, अशोक, अमित आदि मौजूद रहे।