संदीप पाण्डेय
रायबरेली। रेलवे में टिकट की कालाबाजारी की बहुत सी शिकायतें आपने सुनी होंगी। इस पर हमेशा कार्रवाई भी होती देखी गई है लेकिन अगर स्टेशन अधीक्षक के पद पर बैठकर कोई इस तरह की धांधली करें तो क्या कहेंगे।
रायबरेली में तैनात मुख्य आरक्षण अधिकारी राजेश पांडेय द्वारा डीआरएम लखनऊ को एक पत्र दिया गया है जिसमें उन्होंने स्टेशन अधीक्षक रवि रंजन के ऊपर टिकट आवंटन को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता राजेंद्र पांडेय ने बताया कि तत्कालीन आरक्षण अधिकारी रमेश यादव बीमारी के चलते अवकाश पर चल रहे हैं। इसके बाद आरक्षण का चार्ज उन्हें दे दिया गया है।
पूर्व में जिस तरह से स्टेशन अधीक्षक रमेश यादव के ऊपर दबाव बनाकर तत्काल टिकट पर धांधली करवाकर अपने लोगों को लाभ दिलाने का काम करते थे, उसी प्रकार स्टेशन अधीक्षक उनके ऊपर भी दबाव बना रहे हैं। इसके लिए शिकायतकर्ता राजेंद्र पांडेय ने पूछताछ में तैनात कर्मचारी मीना वर्मा को भी जिम्मेदार बताया है, क्योंकि स्टेशन अधीक्षक के कहने पर मीना वर्मा आने अधिकृत तरीके से टिकट खिड़की पर तत्काल टिकट बनाने के लिए पहुंचती थी।
शिकायतकर्ता राजेंद्र पांडेय ने इसे अपने अधिकार पर अतिक्रमण बताया है और डीआरएम से शिकायत करके तत्काल प्रभाव से स्टेशन अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत पत्र ने इस बात को तो उजागर कर दिया है कि टिकट में धांधली निजी व्यक्तियों द्वारा कर्मचारियों के माध्यम से ही होती है।






