-
रोहनिया ब्लाक में स्थित है संस्कृत आदर्श महाविद्यालय
सन्दीप पाण्डेय
रायबरेली। सरकार की तनख्वाह के बदले बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए अध्यापक नियुक्त किए गए हैं। सिस्टम के नकारेपन से आज भी ऐसी संस्थाएं चल रही हैं जहां सिर्फ कागज पर कोरम पूरा होता है।
उल्लेखनीय है कि जिले की रोहनिया ब्लाक क्षेत्र में स्थित संस्कृत आदर्श महाविद्यालय में कई अध्यापक बिना शिक्षण कार्य के ही वेतन ले मजा उड़ा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि इस विद्यालय में तैनात अधिकांश अध्यापक एक रसूखदार परिवार से ही हैं। पिछले कई वर्षों से यदाकदा ही कक्षाओं का संचालन किया गया होगा। सिर्फ परीक्षाओं के दौरान यहां कागजी कोरम पूर्ण किया जाता है।
शेष दिनों में यहां सिर्फ एक कर्तव्यनिष्ठ अध्यापक ही नियमित महाविद्यालय आता है। यह गंभीरता से जांच किये जाने का विषय है कि जब यहां कोई बच्चे उपस्थित ही नही रहते हैं तो इस महाविद्यालय में अध्यापकों की बिना उपस्थिति के तनख्वाह कैसे आहरित की जा रही है। पारदर्शी तरीके से किसी भी उच्चस्तरीय अधिकारी द्वारा जांच कराई जाए तो बड़े पैमाने पर फर्जी तरीके से करोड़ों रुपये के सरकारी धन के बंदरबांट उजागर होना तय है।