सन्दीप पाण्डेय रायबरेली। हरचंदपुर क्षेत्र के शोभापुर गांव स्थित प्राचीन बाबा ब्रह्मदेव के मंदिर पर 25 दिसम्बर को विशाल मेला लगता है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन कर मेले का आनंद उठाते हैं। इस मंदिर का शिलान्यास 2005 व 2006 में पूर्व प्रधान लक्ष्मी सिंह पत्नी रंजीत सिंह ने किया था।
इस मंदिर पर 2001 से एक बड़े मेले का भव्य आयोजन किया जा रहा है। मेला लगवाने की प्रक्रिया 2001 में प्रधान रहे महेश नाथ द्विवेदी ने शुरुआत की थी। जिसको अमल रखते हुए कई प्रधानों ने लगातार इस मेले का आयोजन करवाते रहे। मंदिर को बनवाने में पूर्व विधायक राकेश सिंह का अहम योगदान रहा है।
इस मंदिर के लिए रास्ते को बनवाने में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह व उनके छोटे भाई राकेश सिंह ने पूरी कोशिश कर रास्ता बनवाया था। मेले को उत्सव बनाने में वर्तमान प्रधान सावित्री सिंह के प्रतिनिधि युवा समाजसेवी दीपू सिंह ने अहम रोल निभाते हुए 2015 से अब तक मेले का आयोजन बड़ी धूमधाम से करते हैं।
ऐसे मेला एक दिन लगता था लेकिन इसकी अवधि दो दिन बढ़ाकर 25, 26 व 27 दिसंबर कर दी गई। इस बीच दूर से आए कलाकारों द्वारा कीर्तन भजन का कार्यक्रम भी आयोजित होता है। 2005 में प्रधान रहे महेंद्र नाथ द्विवेदी ने बताया कि गांव में पानी खराब होने के समय ग्रामीण बहुत परेशान हुए थे जिस पर भगवान ब्रह्मदेव बाबा से ग्रामीणों ने एकजुट होकर मनोकामनाएं मांगी थी जो मात्र 6 महीना के अंदर पानी की स्थिति सुधर गई थी जिससे भक्तों और श्रद्धालुओं के मन में और भी आस्था बढ़ गई।
वहीं खेती करने वाले किसान की पैदावार में काफी गिरावट आ गई थी जिससे कई किसानों ने तो आत्महत्या कर लिया था। उसे समय भी गांव वालों ने एकजुट होकर मंदिर पर पूजा अर्चना करते हुए अपनी मनोकामनाएं मांगी थी। उस समय भी बाबा के मंदिर ने ऐसा चमत्कार किया कि एक साल के अंदर किसानों के घर में खुशहाली लौट आई।
इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए सोमवार को दूर-दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं। मेले की तैयारी पूरी हो गई है। मेले की सुरक्षा के लिए हरचंदपुर थाने से पुलिस फोर्स भी लगाई जाती है। जिससे कोई अनहोनी न हो। वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि व युवा समाजसेवी दीपू सिंह ने बताया कि मंदिर का आने जाने वाला रास्ता बिल्कुल सही करवा दिया गया है। पार्किंग स्थल की व्यवस्था भी कर दी गई है जिससे आने जाने के लिए कोई तकलीफ नहीं होगी।