संदीप सिंह प्रतापगढ़। महंगाई के दौर में मध्यमवर्गीय परिवारों की जिंदगी दिन-ब-दिन कठिन होती जा रही है। घर का बजट गड़बड़ा रहा है और परिवार के हर सदस्य पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में कौशल और हुनर की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
हुनर न केवल आत्मनिर्भरता की राह दिखाता है, बल्कि आर्थिक समस्याओं से उबरने का मार्ग भी प्रशस्त करता है इन्हीं विचारों को केंद्र में रखते हुए उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ में “इंसान सेवा संकल्प चैरिटेबल ट्रस्ट” द्वारा एक विशेष पहल की शुरुआत की गई है। यह पहल “हुनर है तो कद्र है” नामक अभियान के तहत संचालित की जा रही है जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके कौशल के प्रति जागरूक करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के पास कई तरह के पारंपरिक और आधुनिक कौशल मौजूद हैं लेकिन उनके पास इन हुनरों को बाजार तक पहुंचाने या आर्थिक लाभ उठाने का उचित मंच नहीं होता।
इसी समस्या को देखते हुए इस अभियान की शुरुआत की गई है। ट्रस्ट के अनुसार “हुनर है तो कद्र है” अभियान के माध्यम से महिलाओं को उनकी क्षमताओं और कौशल के प्रति न केवल जागरूक किया जाएगा, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनने में मदद भी दी जाएगी।
महिला जागरूकता शिविरों का किया गया आयोजन
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शिविरों का आयोजन कर महिलाओं को उनके हुनर की पहचान कराई जाएगी। इन शिविरों में विशेषज्ञ उन्हें उनके कौशल को विकसित करने और उसका उपयोग आर्थिक साधन के रूप में करने के गुर सिखाएंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वरोजगार के अवसर प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय बाजार और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से जोड़ा जाएगा। प्रेरक कहानियों का मंचन शिविरों में उन महिलाओं की कहानियां साझा की जाएंगी जिन्होंने अपने हुनर के बल पर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है।
इस पहल को सफल बनाने के लिए स्थानीय पंचायतों, समाजसेवी संस्थाओं और प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है। महिलाओं के लिए वरदान बनेगा अभियान इंसान सेवा संकल्प चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेश शर्मा का कहना है कि “यह अभियान न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करेगा, बल्कि समाज में उनकी स्थिति को भी बेहतर बनाएगा।
हमारा लक्ष्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे परिवार और समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त कर सकें समाज के लिए संदेश इस अभियान के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि हर व्यक्ति के पास कोई न कोई हुनर होता है और अगर इसे सही दिशा में उपयोग किया जाय तो यह जीवन को बदल सकता है।
महंगाई के इस कठिन दौर में “हुनर है तो कद्र है” अभियान समाज के लिए एक प्रेरणा है और महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण। यह पहल महिलाओं को अपने जीवन की कमान खुद संभालने और समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए प्रेरित करती है। उम्मीद है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से सैकड़ों महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनेंगी, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल भी कायम करेंगी।