आशीष पचौरी
फिरोजाबाद। जनपद के पीडी जैन ग्राउण्ड पर आयोजित सिंगापुर और दुबई थीम पर आधारित मेले में जनता के साथ हो रही ठगी की शिकायतें सामने आ रही हैं।
मेले में लगे बुकिंग काउंटर पर प्रति व्यक्ति 20 रुपए की एंट्री फीस वसूली जा रही है लेकिन इसका कोई लेखा-जोखा उपलब्ध नहीं है। सवाल यह है कि क्या एंट्री फीस के नाम पर वसूले जा रहे इन रुपयों का सही टैक्स सरकार को दिया जा रहा है या यह केवल मनमानी वसूली है। मेले में लकी ड्रॉ और गेम्स के नाम पर जनता, खासकर नाबालिग बच्चों को ठगा जा रहा है।
मेला देखने आए बच्चों के माता-पिता ने शिकायत की है कि उनके बच्चे लकी ड्रॉ और गेम्स में पैसा हारकर निराश लौटते हैं। रिंग फेंकने के खेल में भी धोखाधड़ी के आरोप लग रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब उनकी रिंग सही जगह पर फंसती है, तो मेले के कर्मचारी बेईमानी करते हैं जिससे विवाद और झगड़े की स्थिति बन जाती है।
रिंग गेम में ठगी के आरोप
ग्राहकों का कहना है कि रिंग फेंकने के खेल में 50 रुपए देकर उन्हें छोटी रिंग दी जाती है, जबकि सामान बड़ा रखा जाता है। इससे रिंग का सामान पर फंसना लगभग नामुमकिन है। मेले में गेम्स के जरिए न सिर्फ लोगों की जेब खाली की जा रही है, बल्कि उन्हें धोखे का शिकार भी बनाया जा रहा है।
मेला संचालक पर गंभीर आरोप
सूत्रों के अनुसार मेला संचालक सोनू श्रीवास्तव ने गेम्स चलाने के लिए 800-800 रुपए रोजाना पर पांच लड़कों को रखा हुआ है। ऐसे में प्रतिदिन गेम्स से लगभग 4 हजार रुपए खर्च हो रहे हैं जबकि जनता से हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं।
प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
प्रशासन की ओर से इस मेले में चल रहे खेलों और लकी ड्रॉ की कोई निगरानी नहीं की जा रही है। सवाल उठता है कि मेले में किसकी अनुमति से लकी ड्रॉ और गेम्स के नाम पर ठगी हो रही है? एंट्री फीस और अन्य वसूली का कोई रिकॉर्ड क्यों नहीं रखा जा रहा है?
जनता की मांग: तुरन्त कार्रवाई हो
मेले में आई जनता ने प्रशासन से अपील की है कि इस तरह के गेम्स और लकी ड्रॉ पर तुरंत रोक लगाई जाए। साथ ही मेले में हो रही अनियमितताओं की जांच की जाए। लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो यह मामला और गंभीर हो सकता है।
आखिरकार कौन है जिम्मेदार?
यह स्पष्ट नहीं है कि मेले में चल रही इन गतिविधियों के पीछे कौन जिम्मेदार है। प्रशासन की चुप्पी और मेले में हो रही ठगी से जनता में रोष बढ़ रहा है। जरूरत है कि प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाए और मेले में हो रही धांधली पर रोक लगाए।