रूपा गोयल
बांदा। रविवार को उर्स मसूदी हजरत सैय्यद ख्वाजा गदानवाज रहमतुल्लाह अलैहे बड़े सरकार का 113वाँ और हजरत सैय्यद सईद मियाँ रहमतुल्लाह अलैहे का उर्स एक साथ बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।
अस्ताना-ए-मसूदी मोहल्ला छिपटहरी, बांदा बाद नमाज़े फ़र्ज कुरआन ख़्वानी नातो मनाक़िब की महफ़िल सजाई गई उसके बाद सलातो सलाम, फ़ातिह़ हुई और लंगर शरीफ़ का एहतिमाम किया गया, दरगाहे मसूदी में गुलपोशी, ग़िलाफ़ पोशी, ग़ुस्लो संदल की रस्म अदा की गई और उसके बाद ह़ल्क़ा ए ज़िक्रे का़दरिया और सलामो दुआ हुई।
दीगर उलमा ए किराम अपने-अपने अंदाज में ह़ज़रत की अजमतो शान बयान की और नात ख़्वाँ व कलाम पेश किये। इस मौक़े पर ख़ुसूसी तौर पर सज्जादा नसीन मौलाना सैय्यद फैज़ान मियाँ, मौलाना सय्यद मेराज मसूदी (शहर क़ाज़ी), भाजपा नेता हाजी आरिफ खान, सैय्यद मुमताज़ अली, शाहिद निज़ामी, नतहर रब्बानी, सुफियान हाशमी कानपुरी, यासिर मसूदी, हस्सान मसूदी, फैज़ान मसूदी, फाजिल मसूदी मौलाना आमिर मसूदी, चाँद मियाँ सहित भारी तादाद में तमाम अकीदतमंद अपने मुर्शिद और मोहसिन के उर्स में शरीक रहे।