पंकज कुमार
खीरों, रायबरेली। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813 वें उर्स पर मंगलवार को कुरान खानी के बाद कुल की महफिल 9 बजे सुबह हुई। दोपहर 1 बजे रंग पेश किया गया। इसके बाद दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेद्दिन महफिल से उठकर जन्नती दरवाजा होते हुए आस्ताने पहुंचे। यहां कुल की फातिहा हुई और ख्वाजा गरीब नवाज की मजार खिदमत के बाद जन्नती दरवाजा बंद कर दिया गया।
बता दें कि हिंदुस्तान के सुल्तान कहे जाने वाले ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की आज छठी शरीफ सारे हिंदुस्तान में मनाई गई। वहीं रायबरेली के खीरों कस्बा के मदरसा बरकतूल उलूम शिक्षण संस्थान में भी कुल और गागर के साथ छठी मनाई जिसमें हाफिज जफर आलम और मौलाना अब्दुल मतीन से ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की शान बयान की और बच्चों ने गरीब नवाज की शान नातो मनकबत पेश की और इस दौरान पूरे कस्बे खीर भी बंटवाई गयी। साथ ही हज़रत बाबा फतेह शहीद शाह रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर लंगरे गरीब नवाज का भी प्रोग्राम किया गया।
वहीं कस्बा के शास्त्री नगर के बाबा मार्केट में भी गरीब नवाज की छठी का कार्यक्रम हिन्दू और मुसलमानों ने मिलकर किया जहां लोगों को खीर और मिठाइयां खिलाकर मुबारक़वाद दिया। इस अवसर पर मो. मुशीर, गोरे खान, वीरेन्द्र मिस्त्री, दल बहादुर सिंह मिस्त्री, नफीस, अफसर खान, सईद बाबा सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।