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खुदरा व्यापारियों ने बैठक में जताई नाराजगी
रूपा गोयल
बांदा। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की कार्यकर्ता बैठक में खुदरा व्यापार की समस्याओं पर गंभीर चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि ई-कामर्स, आनलाइन ट्रेडिंग और क्विक कामर्स की बढ़ती प्रथाओं से खुदरा व्यापार चौपट होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि छोटे और मध्यम व्यापारियों का व्यापार 50 प्रतिशत तक घट गया है और कई कारोबार पूरी तरह बंद हो चुके हैं।
देश में लगभग 7.20 करोड़ खुदरा व्यापारी हैं, जिनके परिवार और कर्मचारियों को जोड़ने पर यह आंकड़ा 43 करोड़ से अधिक लोगों के परिवारों के जीवन-यापन से जुड़ा है। अमित गुप्ता ने कहा कि ई-कामर्स कंपनियां कुछ रोजगार देकर बड़े पैमाने पर व्यापार और रोजगार को खत्म कर रही हैं।
उन्होंने मांग की कि इन कंपनियों पर 28 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाकर खुदरा व्यापारियों को राहत दी जाए, अन्यथा संगठन राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करेगा। अमित गुप्ता ने जीएसटी विभाग की कार्यपद्धति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यूपीआई के माध्यम से किए गए लेनदेन की जांच करने की बात व्यापारियों में डर और दहशत का माहौल पैदा कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा टैक्स लेने की है, डराने की नहीं। यदि विभाग ने सुधार नहीं किया तो व्यापारी सड़क पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। बैठक में संगठन का विस्तार करते हुए बांदा नगर अध्यक्ष के रूप में सन्नी सिंह, जिला उपाध्यक्ष के रूप में राजेश शिवहरे और नगर अध्यक्ष बिसंडा के रूप में संजय गुप्ता को मनोनीत किया गया।
बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल गुड्डा, प्रदेश मंत्री नरेश गुप्ता, मंडल महामंत्री अनिल गुप्ता छोटे, जिलाध्यक्ष जय कुमार गुप्ता टिंकू, जिला प्रभारी श्रीराम गुप्ता, जिला महामंत्री आदित्य निगम, जिला मंत्री मुकेश गुप्ता, नासिर भाई नगर मंत्री समेत बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे।