ज्योतिष के दर्पण में वर्ष 2025 की भविष्यवाणी

इस वर्ष ज्योतिष और ज्योति विज्ञान के दर्पण में 2025 कैसा रहेगा, इसके लिए सर्वप्रथम यह देखना है कि नई अंग्रेजी वर्ष का प्रारंभ जब हुआ तब ज्योतिषीय परिस्थितियों क्या थी।

1 जनवरी 2025 को बुधवार का दिन था और पौष महीने का शुक्ल पक्ष दो था। 1 जनवरी के दिन चंद्रमा चौथे सुख भाव में सूर्य के साथ धनु राशि में था। अर्थात धनु राशि और कन्या लग्न में नई अंग्रेजी वर्ष का प्रारंभ हुआ जिसके अनुसार राशि के स्वामी बृहस्पति हैं और और दोनों में परस्पर बैर हैं।
बुद्ध तृतीय भाव और वृश्चिक राशि में है जबकि षस्टम भाव कुंभ राशि में शुक्र और शनि है। यह रोग बीमारियों का घर है, इसलिए इस बार दुनिया में पशु पक्षियों से जीवाणु, विषाणु और भयानक रोगाणु दुनिया भर में फैलेंगे। 1980 में मैं भविष्यवाणी किया था कि 2025 में परग्रही एलियन सार्वजनिक रूप से सामने आएंगे और यह निश्चित होकर रहेगा। चीन—भारत एवं चीन—पाकिस्तान में भयंकर युद्ध भी हो सकता है।
सप्तम भाव में राहु मीन राशि में है, इसलिए इस वर्ष प्रेम और वैवाहिक संबंध बहुत ही कष्टकारी और विघटन कार्य रहेंगे और इसके मामले बहुत अधिक बढ़ जाएंगे। बृहस्पति नवे भाव में अपने घर में हैं और वृष राशि में है जो शुक्र का घर है। बृहस्पति देव गुरु और शुक्र राक्षसों के गुरु हैं, इसलिए दोनों का सामंजस्य बहुत ही खराब रहेगा। संपूर्ण दुनिया में व्यक्तिगत, सामाजिक, धार्मिक और राष्ट्रीय—अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बहुत ही तेज विघटन होगा। मंगल एकादश भाव में कर्क राशि में है।
यह एक क्रूर और युद्ध कराने वाला ग्रह है, इसलिए संपूर्ण दुनिया में घर परिवार समाज देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव शीत युद्ध बड़े-बड़े युद्ध होने का भीषण खतरा है। परमाणु युद्ध होते-होते बचेगा राहु केतु बृहस्पति और मंगल चार-चार ग्रह वक्री हैं। सामान्य रूप से ऐसा नहीं होता, इसलिए इस बार इस वर्ष पारस्परिक संबंध चाहे व्यक्तिगत हूं। घर या समाज या देश या अंतरराष्ट्रीय हो बहुत ही कटु और विश्वासघात से भरे होंगे।
शुक्र की महादशा और शुक्र की ही अंतर्दशा होने के कारण घात प्रतिघात छल कपट प्रेम में धोखा आपसी संबंधों में विश्वासघात बहुत अधिक होगा। विशेषकर स्त्रियों द्वारा छल—कपट की घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ जाएंगे जिस घर, समाज, देश तथा विदेश में कटुता हिंसा, दंगा, फसाद और अपराध तथा एवं अपराध चरम पर पहुंच जाएंगें
यह नया वर्ष 5 राजयोग के साथ प्रारंभ हो रहा है जिसमें धनराज योग अनफा योग हर्ष विपरीत राजयोग शकट राजयोग और वोशी राजयोग प्रमुख हैं। मांगलिक दशा में नए वर्ष का प्रारंभ हो रहा है।
यह भी बहुत अच्छा नहीं है। इस वर्ष भी रोजगार नौकरी की संख्या बहुत कम रहेगी और जो रहेगी, वह भी निष्पक्ष भर्ती नहीं हो पाएगी। राक्षसी प्रवृत्तियां बहुत हावी रहेगी। धन वर्षा बहुत होगी लेकिन उसका लाभ केवल शैतानी और क्रोधी प्रवृत्ति के लोग पाएंगे। सामान्य और सज्जन प्रकृति के लोगों को वर्ष भर धन संपत्ति पैसों का अभाव बना रहेगा।
नया वर्ष उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व्याघात योग में शुरू हो रहा है। विक्रम संवत 2081 शक संवत 1946 और व्याघात योग तथा उत्तराषाढा नक्षत्र है। सूर्योदय 7:13 पर और सूर्यास्त 5:35 पर हो रहा है। अंधेरा अधिक होने से अंधेरी तामसिक और शैतानी शक्तियों का प्राधान्य रहेगा अंधेरा और अन्याय कायम रहेगा। तमराज किलविश का राज चारों ओर कायम रहेगा सनातन धर्म और भारत देश को गहरा नुकसान उन्हीं से संबंधित सनातनी लोगों और सनातनी राजनेताओं द्वारा पहुंचाया जाएगा।
जहां तक मौसम की बात है तो शुक्र और चंद्रमा की प्रधानता के कारण पूरे जनवरी महीने में महाभयंकर ठंड शीतलहर कोहरा और पाला और उत्तरी गोलार्ध में प्रचंड बर्फबारी अत्यंत शीतल पश्चिमी हवाओं का हाहाकार मचेगा।
मंगल और सूर्य के कारण गर्मी अत्यंत प्रचंड और भीषण होगी और दुनिया में आकर बचेगा भारत और विदेशों में भी तापमान चरम पर पहुंच जाएगा। बहुत लंबी गर्मी की ऋतु होगी जो 15 मार्च से 15 अक्टूबर तक चलेगी। भारत में मानसून का प्रवेश 1 से 5 जून के आस—पास होगा जो सितंबर तक रहेगा और तीन चौथाई भारत में भयानक वृष्टि बाढ़ और एक चौथाई भारत में सूखा रहेगा। इस वर्ष उन स्थानों में भी बाढ़ आएगी जहां पर बाढ़ नहीं आती थी। इसमें गोमती नदी भी सम्मिलित है।
अरब सागर में एक महाचक्रवात और बंगाल की खाड़ी में दो महाचक्रवात आएंगे। भारत में एक बहुत बड़ा भूकंप और दुनिया में 3 बहुत बड़े भूकंप आएंगे जो रिक्टर पैमाने पर 8 से 9 के बीच होंगे। 5 ज्वालामुखी विस्फोट से दुनिया में तहलका मचेगा। सबसे अधिक विनाशलीला अमेरिका, रूस, चीन, दक्षिणी, अमेरिका, दक्षिण पूर्वी एशिया, ताइवान और क्यूबा में होगा।
जहां तक फल—फसल और सब्जी तथा बागवानी का प्रश्न है तो इस वर्ष में सब्जियां इतिहास का उत्पादन बहुत अधिक होगा लेकिन प्राकृतिक आपदा और प्रकोप से इसका नुकसान भी बहुत होगा। इस वर्ष मौसम अपने भयंकर उतार चढ़ाव और परिवर्तन के लिए पूरी दुनिया में जाना जाएगा।
जनवरी भर भयंकर ठंड और शीतलहर के बाद यह मौसम आगे भी 15 मार्च तक चलेगा लेकिन फरवरी में यह बहुत अधिक परिवर्तनशील रहेगा। कहीं-कहीं अन्य और जल का भीषण अभाव ग्रह और पड़ोसियों से युद्ध का कारण बनेगा विशेष कार्य बांग्लादेश अब और अफ्रीका देशों में ऐसा होगा।
कला कौशल साहित्य और उद्योग धंधों के लिए यह वर्ष मिला-जुला रहेगा। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का महत्व बढ़ेगा लेकिन इनसे जुड़े लोगों को तमाम परेशानियों से गुजरना होगा। अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भारत की अग्नि परीक्षा होगी। चीन और पाकिस्तान से भारत के संबंध बहुत कटु होंगे लेकिन युद्ध होने की संभावना नहीं है लेकिन चीन से भयंकर युद्ध होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
भारत, अमेरिका, रूस सहित एक दर्जन नेताओं के ऊपर आतंकवादी हमले होंगे और दो शीर्ष राजनेता मारे जा सकते हैं। भारत में भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक सहित भाजपा सहयोगी दलों का महत्व बढ़ेगा। फिल्म और मनोरंजन के क्षेत्र में गिरावट आएगी। सदाचार नैतिकता सादा जीवन उच्च विचार जैसी चीजों का कोई मूल्य नहीं होगा। हर जगह दुराचार, भ्रष्टाचार, घूसखोरी, लालफीताशाही हावी रहेगी। चिकित्सा क्षेत्र में बहुत ज्यादा लूटपाट एवं मनमानी बढ़ जाने से इन पर लगाम के लिए कानून बनाए जाएंगे।
भारत में सत्ता पक्ष विपक्ष के सभी राजनेता मिल—जुलकर अपना उल्लू सीधा करेंगे। जनता के हित में कुछ विशेष नहीं होगा। महंगाई नियंत्रण के बाहर होगी और जनता बहुत ही परेशान हो जाएगी। 5 शीर्ष राजनेता मर जाएंगे और दो मारे जाएंगे। राजनीति में भाजपा और सहयोगी गठबंधन का प्रभाव बढ़ेगा।
खेलकूद में भारत कुछ खास नहीं कर पाएगा। कुछ खेलों में खिलाड़ी व्यक्तिगत स्तर पर निश्चित रूप से विश्व स्तर पर अपनी चमक छोड़ेंगे। इसमें हॉकी, क्रिकेट, बिलियर्ड्स, स्नूकर, शतरंज, कुश्ती, मुक्केबाजी, भाला फेंक, बैडमिंटन जैसी प्रतियोगिताएं होंगी।
ज्यादातर बड़ी प्रतियोगिताओं में भारत को केवल निराशा मिलेगी। सबसे अधिक निराशा न्याय क्षेत्र और पुलिस विभाग से मिलेगी। प्रशासन भी कुछ खासकर पाने में असमर्थ रहेगा। मौसम में प्रदूषण और जहरीली हवा की मात्रा बढ़ती चली जाएगी और वायु गुणवत्ता सूचकांक तथा पराबैंगनी किरणों का स्तर पूरी दुनिया में बहुत ही घातक हो जाएगा।
महाकुंभ का महान आयोजन पूरी दुनिया में चर्चित रहेगा। इसमें छोटी-मोटी घटनाओं के अलावा एक बड़ी दुर्घटना के संकेत मिल रहे हैं। इस बार यह महाकुंभ अद्भुत अपूर्व होगा। योगी जी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छा जाएंगे। हमें कुछ अद्भुत पूर्व घटनाएं होंगे और धर्म परिवर्तन भी होगा।
आतंकी और चीन द्वारा पहले रोग भी महाकुंभ द्वारा भारत में प्रवेश करेंगे। वर्ष के अंत तक दो शीर्ष राज नेताओं को पद छोड़ना पड़ेगा। बड़े-बड़े राजनेता और धन कुबेर लोगों और अधिकारियों पर छापेमारी होगी नक्सलवाद और आतंकवाद पर भारत और दुनिया में प्रभावित कम रहेगा। चीन, रूस, अमेरिका, भारत, इंडोनेशिया, ब्राजील, अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया का प्रभाव 2025 में सबसे अधिक रहेगा।
यूरोप और उसके देश पीछे चले जाएंगे। इस वर्ष जून तक अरब इजरायल और रूस यूक्रेन युद्ध का अंत हो जाएगा। अंतरिक्ष की बड़ी-बड़ी परियोजनाओं में से एक भारत और दो अमेरिका की असफल होगी। फिर भी अंतरिक्ष विज्ञान और चिकित्सा क्षेत्र में बहुत बड़ी-बड़ी खोजें होगी। शिक्षा का स्तर काफी गिर जाएगा भारत के 90% अंतरिक्ष अनुसंधान सफल रहेंगे।
पहली बार प्रामाणिक रूप से परग्रही एलियन दुनिया के सामने आएंगे। चंद्रमा और मंगल के बारे में आश्चर्यजनक जानकारी प्राप्त होगी और वहां पर रह रहे पेड़—पौधे पर गृह एलियंस और विचित्र चीजों का पता लगेगा जो मैंने 1980 में ही लिख दिया था।
अमेरिका, चीन, दक्षिण पूर्वी एशिया तथा यूरोप में प्रलयंकारी महाचक्रवात और टॉरनेडो हरिकेन टाईफून आने की प्रबल संभावना है जिसमें कुछ की गति 250 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। अगले लोकसभा के चुनाव में भाजपा को अकेले प्लस माइनस 25; 315 सीटें और भाजपा गठबंधन को +365 सीटें मिलेंगी और भी हैरानी भरी चीजें जल—थल—नभ में घटित होंगे और अंतरिक्ष के जीव भारत में प्रकट होंगे।
डा. दिलीप सिंह
मौसम विशेषज्ञ एवं ज्योतिष शिरोमणि
ADVT 2025 Mata Prasad Adarsh Mahavidyalay Jaunpur (1)
ADVT 2024 Gahna Kothi Jaunpur

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