प्रमोद गोस्वामी सन्त कबीर नगर। विकास खण्ड नाथनगर अंतर्गत ग्राम पंचायत अलीनगर में बुधवार को होने वाले कोटा चयन की प्रक्रिया तीसरी बार हंगामे की भेंट चढ़ गई। कोटे की दुकान के प्रत्याशी ने ग्राम पंचायत अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाकर उन्हें अंधेरे में रखकर काम करने का आरोप लगाया। इस बीच अधिकारियों व पुलिस की मौजूदगी में एक प्रत्याशी ने जोरदार हंगामा खड़ा कर दिया।
हंगामा देखते हुए अधिकारियों ने चयन प्रक्रिया को अगले डेट तक के लिए स्थगित कर दिया। नाथनगर ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत अलीनगर में बुधवार को कोटा चयन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एडीओ पंचायत नाथनगर ग्राम पंचायत सचिव व अन्य अधिकारियों द्वारा प्राथमिक पाठशाला पर बैठक का आयोजन किया गया। कोटा चयन के शुरुआत में गांव के ही रंगीलाल पुत्र रंजीत, सुधाकर पुत्र शिव, विनय कुमार पुत्र रामप्रीत नामक व्यक्ति ने कोटेदार बनने के लिए प्रत्याशी के रूप में अधिकारियों के समक्ष अपना दावा पेश किया।
सभी पक्षों के राय से संख्या बल के आधार पर कोटा चयन की प्रक्रिया चालू की गई। दिन के 1:30 के लगभग सभी प्रत्याशी अपने-अपने समर्थकों के साथ प्राथमिक पाठशाला में उपस्थित हुए। इस दौरान प्रत्याशी रंगीलाल व सुधाकर ने ग्राम पंचायत अधिकारी को सही जानकारी न देने का आरोप लगाते हुए कोटा चयन प्रक्रिया निरस्त करने की मांग करने लगे।
जिस पर जोरदार हंगामा हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने लोगों को इधर-उधर किया लेकिन रंगीलाल के समर्थक नागेंद्र, धर्मेंद्र, प्रियांशु, आनंद, छोटू, राज पांडेय, अजय, दीपू ,प्रदीप, दीपक आदि अपनी बात पर अड़े रहे। ‘
उनका कहना था कि ग्राम पंचायत अधिकारी विकास कुमार द्वारा उन्हें एक राशन कार्ड पर एक व्यक्ति के पहुंचने के लिए कहा गया था लेकिन कोटा चयन प्रक्रिया के दौरान चुनाव अधिकारी एडीओ पंचायत मोईनुद्दीन सिद्दीकी द्वारा यह घोषणा की गई की 18 वर्ष से ऊपर कोई भी व्यक्ति चयन प्रक्रिया में संख्या बल के दौरान भाग ले सकता है। इस पर हंगामा खड़ा हो गया। रंगीलाल के समर्थक नागेंद्र व अन्य ने बताया कि उनके साथ धोखा किया जा रहा है। आरोप लगाकर कोटा चयन निरस्त करने की मांग किया।
इस दौरान कोटा चयन प्रक्रिया में तैनात चौकी इंचार्ज मुखलिसपुर वीरेंद्र कुमार मिश्र द्वारा लोगों को समझा बूझकर कोटा चयन प्रक्रिया बहाल करने का प्रयास किया गया लेकिन नागेंद्र और सुधीर के समर्थक एक राशन कार्ड पर एक व्यक्ति की बात पर अड़े रहे। देर तक हंगामा होने की वजह से चुनाव अधिकारी सहायक खंड विकास अधिकारी मोईनुद्दीन सिद्दीकी ने चयन प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया।
इस तरह कोटे की दुकान का चयन तीसरी बार भी नहीं हो सका। मालूम हो कि अलीनगर के कोटेदार भालचंद्र का कोटा अक्टूबर माह में खाद्यान्न वितरण के अनियमितता में निरस्त कर दिया गया था। नए कोटेदार की चयन के लिए इसके पूर्व दो बार कोरम के अभाव में चयन प्रक्रिया निरस्त किया जा चुका है। बुधवार को भी संख्या बल होने के बाद भी हंगामा के चलते तीसरी बार कोटा चयन प्रक्रिया निरस्त करनी पड़ी।