रूपा गोयल
बांदा। कार्यालय जिलाधिकारी के महर्षि वामदेव सभागार में आपदा जोखिम न्यूनीकृत, जल, स्वच्छता तथा जलवायु परिवर्तन का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में आपदा जोखिम न्यूनीकरण जल स्वच्छता एवं स्वास्थ्य तथा जलवायु परिवर्तन विषय की शुरुआत राजेश वर्मा अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में प्रशिक्षण का कार्यक्रम शुरू किया गया है।
अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व ने बांदा में हो रही डूबने के केसेस व सर्पदंश से हो रही जनहानि पर कैसे कम किया जाय, इस पर चर्चा किया। साथ ही सब लोगों को प्रशिक्षण के बाद अपने विभाग और अन्य लोगों को भी जागरूक किया जाय, इसके लिए भी परित्साहित किया है।
यूनीसेफ से आये घनश्याम मिश्रा एवं अंकिता पल्हनी द्वारा दिया गया प्रशिक्षण में जिला आपदा विशेषज्ञ प्रभाकर सिंह ने जनपद में बाढ़, सर्पदंश, वज्रपात की घटनाओं में जनपद में घटित घटनाओं की समीक्षा की। आपदा, आपदा जोखिम न्यूनीकरण करण, प्रबंधन एवं तैयारियों की समीक्षा, मास्टर ट्रूनर घनश्याम मिश्रा ने किया तथा ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन तथा मौसमी परिवर्तन से जनरेशन में प्रभावों की समीक्षा अंकिता पलानी द्वारा की गई। भारतीय समाज में कुपोषण के पसरते प्रभावों को न्यूनीकरण के लिए यूनीसेफ के आंकड़ों के आधार पर घनश्याम मिश्रा जी समराइज किएये।
जनपद से वेद प्रकाश मौर्य मुख्य विकास विकास अधिकारी, रमाशंकर जिला विकास अधिकारी, विजय कुमार उप निदेशक कृषि विभाग, मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रभागीय बनाधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, जल संस्थान, जल निगम सोलहवीं शाखा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला प्रोबेशन अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशाषी अभियन्ता केन नहर सिंचाई प्रखण्ड तृतीय, जिलापूर्ति अधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बांदा सहित दो दर्जन जनपद के विभागों से हिस्सा लिया।