डीएम ने किसानों की समस्याओं का समय से निस्तारण करने के दिये निर्देश

  • सम्मान निधि से वंचित होंगे फार्मर रजिस्ट्री न कराने वाले किसान
अब्दुल शाहिद
बहराइच। कृषकों की समस्याओं के निराकरण हेतु विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस एवं कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि जनपद के एफपीओ प्राकृतिक एवं जैविक खेती कर अपनी आय बढ़ायें। उन्हें नये-नये व्यवसाय अपनाने का सुझाव दिया। उन्होनें एफपीओ को निर्देश दिया कि पशु पालन व जैविक खेती से महिलाओं को समूहों में जोड़कर आय वृद्धि करें। उन्होंने विकासखण्ड रिसिया के नरसिंहडीहा में संचालित एफपीओ निदेशक उद्यमिला महिला कृषक उत्पादक संगठन बाबुल निशा को पूर्व में 23 दिसम्बर को आयोजित किसान सम्मान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा एफपीओ की ग्रेडिंग में राज्य स्तर पर प्रथम आने पर अंग वस्त्र एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया था। इसी क्रम में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने श्रीमती बाबुल निशा को उनके द्वारा किये गये कार्यों की सराहना करते हुए अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
उन्होंने जिले के सभी एफपीओ को अधिक से अधिक महिला किसानों को जोड़कर तथा उन्हें विभिन्न व्यवसाय अपनाकर आय वृद्धि कराने के निर्देश दिये। बैठक में किसानों द्वारा की गयी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देश दिये। एलडीएम जितेन्द्र नाथ श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि किसान दिवस में बैठक में उपस्थित रहा करें तथा कृषि योजना की एग्रीजंक्शन योजना, पशु पालन की योजना, मत्स्य पालन की योजना के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों का निस्तारण एक सप्ताह के अन्दर सुनिश्चित कर अवगत करायें। डीएम ने हरि शरण सिंह के आवेदन पर गंभीरतापूर्वक विचार कर पत्रावली स्वीकृत कर ऋण वितरण कराने के निर्देश दिये।
विकास खण्ड शिवपुर बरदहा के गिरधारी लाल पुत्र बिहारी लाल के खेत की पैमाईश को गंभीरता से लेते हुए आगामी किसान दिवस बैठक में तहसीलदार एवं बीडीओ नानपारा को आख्या सहित उपस्थित रहने के निर्देश दिये। किसानो से मुखातिब होकर जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि तथा एडीएम को निर्देश दिया कि 31 जनवरी 2025 तक ग्रामों में कृषि एवं राजस्व विभाग के कर्मियों द्वारा चौपाल लगाकर फार्मर रजिस्ट्री तैयार करायें। बैठक में उपस्थित एफपीआ, कृषकों से कहा कि अपने से संबंधित सभी सदस्यों का एक सप्ताह के अन्दर फार्मर रजिस्ट्री कराना सुनिश्चित करें अन्यथा आगामी बैठक में इसे गंभीरता से लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि जिन सदस्य कृषकों की फार्मर रजिस्ट्री आपके माध्यम से तैयार होगी उनका आईडी नम्बर आगामी बैठक में साथ लायेगें। बैठक को संबोधित करते हुए सीडीओ मुकेश चन्द्र ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बैठक में प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करें एवं अधिक से अधिक किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में जिला उद्योग केन्द के उपायुक्त केशवराम वर्मा द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमि योजना के अन्तर्गत संचालित साईट उेउमण्नचण्हवअण्पद पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना के तहत 5 से 10 लाख रूपये तक के लोन पर 50 प्रतिशत सब्सिडी तथा चार वर्ष तक ब्याज मुक्त ऋण देय है। 8वीं पास से लेक ग्रेजुएशन तक के किसान अथवा व्यक्ति इस योजना में आवेदन कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिया कि इस योजना में अधिक से अधिक आवेदन कराकर नये सूक्ष्म उद्योग स्थापित कराने के भी निर्देश दिये। बैठक में उप निदेशक कृषि शिशिर कुमार वर्मा ने बताया कि वर्तमान में जिले के कुछ एफपीओ द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है। इन्हें विभिन्न स्तर पर उद्योगों से जोड़ने की कार्रवाई की जा रही है। एफपीओ के माध्यम से छोटे-छोटे उद्यम स्थापित कराने का प्रयास किया जा रहा है। फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य 4 लाख 35 से बढ़ाकर 602000 कर दिया गया है।
जिले के एफपीओ से जुड़े किसानों को नजदीकी सीएससी सेन्टरों पर भेजकर कृषि विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से फार्मर रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत किसानों को फसल बीमा कराने की तारीख 31 दिसम्बर निर्धारित थी, जिसे बढाकर 15 जनवरी तक कर दी गयी है। अधिक से अधिक किसानों से फसल बीमा कराने की अपेक्षा की। बैठक में उपस्थित जिला उद्यान अधिकारी अनिल चौधरी एवं जिला गन्ना अधिकारी आनंद शुक्ला, सहायक निदेशक मत्स्य डा. जितेन्द्र कुमार तिवारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश कुमार उपाध्याय ने अपनी-अपनी योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से बताया।
जिला कृषि अधिकारी बहराइच डॉ. सुबेदार यादव, उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर उदयशंकर सिंह ने फार्मर रजिस्ट्री तथा बीज खाद आदि की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेन्द्र सिंह वर्तमान फसल गेहूं में उर्वरकों की टापड्रेसिंग, खरपतवार नियंत्रण तथा सिंचाई के बारे में जानकारी दी। विश्व हिन्दू परिषद गोरक्षा प्रमुख शशिभूषण त्रिपाठी ने गोआधारित प्राकृतिक खेती तथा गोमूत्र एवं गोबर से संचालित होने वाले सूक्ष्म उद्योगों की स्थापना कराने के लिए अपनी बात रखी। बैठक में उपस्थित महिला कृषक उद्यमी द्वारा गीत गाकर किसानों को उद्योग स्थापित कर आय वृद्धि के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. सौरभ वर्मा, इफको के सत्येन्द्र वर्मा, जल निगम के सूरज वर्मा, सरयू नहर खण्ड के रोहित वर्मा, अधि.अभि. नहर मनीष कुमार, सरयू नहर खण्ड 5 के निदेश कुमार, सहायक अभियन्ता ट्यूबेल देवेन्द्र द्विवेदी, दिनेश कुमार प्रगतिशील कृषक लालता प्रसाद गुप्ता, बब्बन सिंह, मुन्ना लाल वर्मा, मिश्री लाल, उपेन्द्र सिंह, अरविन्द कुमार, विष्णु नरायन पाण्डेय, अमित कुमार सिंह, फूलचन्द्र, सहजराम, प्रमोद कुमार, गिरधारी लाल, पेशकार पटेल, ओंकारनाथ पाण्डेय, शशांक सिंह, किरन मिश्रा, बीनू, मंजू आदि उपस्थित रहे।

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