संदीप सिंह
प्रतापगढ़। लीलापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा हंडौर डीह में हर साल की तरफ इस साल भी जश्ने शहीदे आजम कॉन्फ्रेंस का आगाज हुआ। इस दौरान दोपहर को औरतों का इज्तेमा हुआ और शाम ईशा के नमाज के बाद जलसा का आगाज हुआ।
जश्ने शहीदे आजम कॉन्फ्रेंस में मुंबई से तशरीफ लाए अल्लामा मौलाना सादिक रजवी ने कहा कि बेटा अपने बाप का कहा कि नहीं मानता। पत्नी अपने शौहर का बात नहीं मानती। आजकल का जमाना है। छोटे बड़े का अदब कोई नहीं करता। अल्लाह ने हमें नमाज पढ़ने का हुक्म दिया है जिसको वोजू करने नहीं आता।
उसको नमाज पढ़ने कहा से आता होगा। नवीना औरत ने अल्लाह अकबर कहते हुए सजदे में चली गई और गिड़गिड़ाते हुए अपनी तकिया उठती है और बोलती है कि आज सजदे में सुकून मिला अल्लाह ने हमें नमाज पढ़ने का हुक्म दिया और फरमाए जो नमाज़ ना पढ़ें। उससे बड़ा जालिम कोई नहीं है।
वहीं महाराष्ट्र के मालेगांव से तशरीफ लाए मौलाना अल्लामा मौलाना सैय्यद मोहम्मद अमीनुल कादरी के अपने बयान में फरमाया कि हुजूर पाक के बताए हुए रस्ते पर चले शादी में दहेज नहीं लेना चाहिए लेकिन लोग आज शादी में दहेज मांगते हैं। हुज़ूर पाक का निकाह खातिजा से हुआ तो उन्होंने कुरआन पाक और चटाई मांगी जिन्होंने दहेज में कुछ नहीं मांगा।
उन्होंने शादी में ढोल नगाड़ा कुछ नहीं बजवाया लेकिन आज बारात में ढोल नगाड़ा बजते हैं और घर की महिलाएं बच्चे सभी नाचते हुए नजर आते क्या यही हमारे आका ने हुक्म दिया है कि आप अपने घर की शादी में दहेज मांगे और नाचे गाय अच्छा अच्छा डिश खाए नहीं।
उन्होंने फरमाया कि हुजूर पाक और खातिजा का निकाह खजूर पर हुआ था और आप लोग हुजूर पाक के बताए रस्ते पर चले। उनके स्टेज पर आते नारे तकबीर अल्लाह अकबर, नारे तकबीर अल्लाह अकबर ने नारे बुलंद हुए और सैयद साहब का लोगों ने दीदार किया।
इस अवसर पर शहजाद इमरान, हाफिज नौसाद, हजरत मौलाना अब्दुल मोईद, हजरत मौलाना अफजल खान, हजरत मौलाना अब्दुल रशीद, हजरत मौलाना मोहम्मद शमीर रजा साहब, हजरत कारी अजहर, मोहम्मद अख्तर हसमती, गुलाम नूरी, हाफिज जावेद सहित तमाम लोग मौजूद रहे। संचालन महमूद आलम नूरी ने किया।